तो व्हाट्सएप ग्रुप से तो नहीं रची गई उपद्रव की साजिश, सामने आई इन बातों ने खड़े किए सवाल

पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा मामले में घर-घर तलाशी के दौरान 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 153 कारतूस बरामद हुए हैं, जिनमें से 99 कारतूस बनभूलपुरा थाने से चुराए गए थे। हिंसा के मास्टरमांइड अब्दुल मलिक के गिरफ्तार होने की बात से एसएसपी ने साफ इन्कार किया और कहा कि टीमें उसकी तलाश में लगी हैं।पुलिस एक विशेष समुदाय के व्हाट्सएप ग्रुप को खंगाल रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस के हाथ कुछ पुख्ता सबूत भी लगे हैं। बताया जा रहा है कि प्रशासन की टीम जैसे ही अतिक्रमणस्थल पर पहुंची तो इसकी सूचना व्हाट्सएप ग्रुप से ही जारी की गई। इसके बाद कहां एकत्र होना है, कैसे क्या करना है इसकी पूरी योजना बनाई गई।

सूत्रों के मुताबिक बनभूलपुरा बवाल मामले में एक व्हाट्सएप ग्रुप की चर्चा है। जानकारी के मुताबिक पुलिस की शुरुआती छानबीन और पूछताछ में सामने आया है कि उपद्रव की साजिश रचने से लेकर उसे कैसे उसे अमल में लाना है और पत्थर से लेकर पेट्रोल बम तक के इंतजामों की पूरी योजना इसी व्हाट्सएप ग्रुप में बनी थी। हालांकि यह सिर्फ चर्चा है। इसे लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

वहीं एसएसपी पीएन मीणा का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी सोशल मीडिया सेल से की जा रही है। साथ ही आरोपियों की सीडीआर आदि की जांच भी की जा रही है ताकि उपद्रव करने वालों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है, उनके व्हाट्सएप भी खंगाले जा रहे हैं। पुरानी चैट भी वापस लाने के लिए कंपनी को लिखा जा सकता है।

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