रुड़की(संदीप तोमर)। मुख्य चुनाव कार्यालय उद्घाटन अवसर पर पूर्व मेयर यशपाल राणा के संयोजन में कांग्रेस प्रत्याशी रिशू सिंह राणा के समर्थन में आयोजित जनसभा भीड़ के लिहाज से अभी तक मेयर प्रत्याशियों द्वारा की गई तमाम जनसभाओं पर भारी पड़ी है। इस सफलता के साथ ही जनसभा में मुस्लिम समेत तमाम वर्ग के लोगों की भागीदारी से पार्टी में उत्साह का माहौल है।
पहले यशपाल राणा के चुनाव लड़ने पर रोक,फिर पत्नी के नामांकन पर आपत्ति का मामला और फिर भाई रिशू सिंह राणा के नामांकन पर लगी आपत्ति। इन सब मसलों को देखते हुए लग रहा था कि यशपाल राणा इन मसलों को सुलझाने में ही उलझे रह जाएंगे। किन्तु जिस तरीके से उन्होंने न सिर्फ टिकट के दावेदार रहे अन्य नेताओं को मनाया और कांग्रेस को एकजुट करने का काम किया,वह अपने आप में लाजवाब है। इस सबके बाद भी माना जा रहा था कि यशपाल के बजाय रिशू के प्रत्याशी बनने से चुनाव में वो बात नही आ पाएगी। लेकिन पहले ही साफ कर चुके यशपाल राणा ने आज जनसभा से सिद्ध भी कर दिया कि रिशू का तो सिर्फ चेहरा है चुनाव तो वह ही लड़ रहे हैं। वैसे यह भी जान लेना चाहिए कि रिशू सिंह राणा व्यक्तिगत रूप से एक बहुत सहज और सरल इंसान के साथ ही विदेश में भी शिक्षा ग्रहण किये हुए हैं।
खैर आज हुई जनसभा में हजारों की भीड़ जुटाकर यशपाल राणा ने इस बात को साबित कर दिया कि जो लोग उनके भाई के चुनाव को पिक्चर में न आने की बात कर रहे थे,उन्हें अब समझ लेना चाहिए कि पिक्चर अभी बहुत कुछ बाकी है। जिस हिसाब से आज इस जनसभा में भीड़ जुटी उसके दृष्टिगत कहा जा सकता है कि यह अभी तक मेयर स्तर की सबसे बड़ी सभा रुड़की में हुई है। यही नही जनसभा में मुस्लिम समेत सभी वर्ग के लोगों की भीड़ जुटने से पार्टी में उत्साह का माहौल है।