रविवार को भी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।प्रदेश के पर्वतीय जिलों में शनिवार को कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। हालांकि मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने से उमस से राहत मिली। रविवार को भी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून आपदा से प्रदेश को 1400 करोड़ का नुकसान
प्रदेश में मानसून में हुई आपदा से 1417.51 करोड़ का नुकसान हुआ है। कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हुई और पुल टूट गए। गन्ने की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा ने कहा, आर्थिक सहायता के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।बारिश ने इस बार जमकर कहर बरपाया है। इससे राज्य में गन्ने की फसल को सबसे अधिक 464.49 करोड़ का नुकसान हुआ। जबकि लोक निर्माण विभाग की सड़कें क्षतिग्रस्त होने और जगह-जगह पुल टूटने से 424.73 करोड़ और पीएमजीएसवाई की सड़कों को 132.13 करोड़ का नुकसान हुआ।
जगह-जगह मलबा आने से राजमार्ग में क्षतिग्रस्त
यूपीसीएल को 34.22 करोड़, पेयजल निगम को 13.68 करोड़, जल संस्थान को लाइनें क्षतिग्रस्त होने से 38.05 करोड़, सिंचाई विभाग को 76.42 करोड़, वन विभाग को 24.76 करोड़, पंचायती राज विभाग को 45.88 करोड़ का नुकसान हुआ है।बारिश से राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों को भी भारी नुकसान हुआ है। जगह-जगह राजमार्ग में मलबा आने और उसके क्षतिग्रस्त होने से 52.85 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसके अलावा स्वास्थ्य, मत्स्य आदि विभागों को भी नुकसान हुआ है।
हरिद्वार में सबसे अधिक 657.37 करोड़ का नुकसान
मानसून में हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 657.37 करोड़ का नुकसान हुआ है। जिले में सड़कें क्षतिग्रस्त होने के साथ ही कई जगह पुल टूट गए। गन्ने की फसलों को भी यहां भारी नुकसान हुआ है।