देवभूमि उत्तराखंड में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सीएम धामी और बाबा रामदेव ने एक मंच पर योग किया। हरिद्वार में आयोजित शिविर में योग दिवस पर सर्वपंथ एकता के साथ सबके लिए योग का संदेश दिया।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े स्तर पर पूरे मनोयोग से मनाया जा रहा है। हजारों लोग सुबह अलग-अलग शिविरों और गंगा तटों के किनारे योग करने पहुंचे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जहां चारों धाम में सुबह की शुरुआत योग से हुई तो वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार पहुंचे। अब वह जागेश्वर धाम में होने वाले मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। योग दिवस की पूर्व संध्या पर सीएम धामी ने प्रदेश के 25वें वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन में देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का आह्वान किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राज्य में मुख्य कार्यक्रम जागेश्वर धाम, अल्मोड़ा और सह कार्यक्रम सूर्य मंदिर, कोसी कटारमल, अल्मोड़ा में आयोजित किए गए हैं।
साथ ही चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, कुमाऊं के 15 मानस खंड मंदिर, हरकी पैड़ी हरिद्वार, गंगा रिजॉर्ट, ऋषिकेश और 300 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सीएम धामी ने अपने संदेश में कहा, योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का संदेश दिया हैसीएम ने कहा, योग से आज दुनिया में हमारी विशिष्ट पहचान बनी है। योग जोड़ने का कार्य करता है। इसी का प्रतिफल है कि आज दुनिया योग को अपना रही है। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण आज योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना देशवासियों के लिए गर्व की बात है।कहा, हमारा देश मानवता की सेवा का जीता जागता उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य को 25वें वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है।राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने कहा कि योग शरीर, मस्तिष्क एवं आत्मा को एक सकारात्मक व स्वस्थ जीवन जीने की शक्ति देता है। योग हमें सिखाता है कि कैसे संतुलित जीवन जिया जा सकता है।उन्होंने कहा योग स्वस्थ शरीर, संतुलित मन, श्रेष्ठ विचारों का उपाय है और हमें हमारी आत्मा से जोड़ता है। हमें सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता है, जो तनाव को दूर रखे और हमें अपने कार्य को पूरा करने की शक्ति प्रदान करे, यह सब योग के नित्य अभ्यास से ही संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद योग और प्राणायाम का महत्व और भी बढ़ गया है।