प्रदेश में निरंतर बढ़ते कोरोना के प्रकोप के चलते अब विवाह समारोह में केवल 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे। गत दिवस 200 लोगों को शिरकत करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन आज आदेश में संशोधन कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बैठक में अधिकारियों को कोरोना को लेकर कई दिशा—निर्देश जारी किये। जिसमें यह फैसला भी लिया गया। मुख्यमंत्री ने जनता से भी सहयोग की अपील की। कहा कि सभी ने पिछले साल कोरोना वायरस से मुकाबला किया है और इस बार करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे जाकर स्थिति ज्यादा न बिगड़े, इसके लिए वर्तमान में लागू गाइडलाइन पालन करवाया जाना है। जो भी इसका उल्लंघन करे, उसके खिलाफ कार्यवाही में किसी प्रकार की ढ़िलाई न बरती जाए। राज्य के बोर्डरों पर आवश्यकतानुसार चेकपोस्ट स्थापित किए जाएं और बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के किसी को अनुमति न दी जाए। आगे की स्थिति का आंकलन करते हुए उसके अनुसार केाविड अस्पताल बनाए जाएं। अधिक से अधिक टेस्टिंग पर फोकस किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोविड के इलाज के जरूरी दवाईयों की ब्लैक मार्केटिंग न हो। यदि कोई दवा विक्रेता इसमें लिप्त पाया जाए तो तत्काल लाईसेंस निरस्त करते हुए सख्त से सख्त कार्यवही की जाए। कोविड से संबंधित सभी जरूरी उपकरण सरकारी अस्पतालों में उपलब्घ होने चाहिए। दवाईयों की कीमतों पर भी नियंत्रण रखा जाए। जिन जिलों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी तैनात किये जाएं।