पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष करमजीत खोखर ने पंजाबी समुदाय के विधायक को मंत्रिमंडल में ना शामिल किए जाने को लेकर जताया रोष
रिपोर्ट रुड़की हब
रुड़की।राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष करमजीत सिंह खोखर ने उत्तराखंड मैं दोबारा बनी भाजपा सरकार के अंदर किसी भी पंजाबी समुदाय के विधायक को मंत्रिमंडल में ना शामिल किए जाने को लेकर अपना रोष प्रकट करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया इस्तीफा देने
के साथ ही करमजीत सिंह खोखर ने कहा कि हमारे पंजाबी समुदाय में पंजाबियों को लेकर पंजाबी समाज को लेकर कई संगठन कार्यरत हैं लेकिन अफसोस की बात यह है कि वह लोग आपस में ही एक नहीं है और जब तक आपस में एक नहीं होंगे तब तक यही होगा और तो और यहां तक देखा गया है कि वैसे पंजाबियत बात की जाती है लेकिन जब समाज में पंजाबी कोई चुनाव लड़ रहा होता है तो हमारे ही पंजाबी भाई उसे हराने के लिए अलग टीम बनाकर कार्य करने लगते हैं जब तक हम लोग आपस में एक नहीं होंगे तब तक इसका फायदा सिर्फ पार्टियों को ही मिलेगा जिसका एक नतीजा दोबारा से देखने को मिल रहा है यह पार्टियां हमें सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करेंगी और नेतृत्व के नाम पर हमेशा हमें झुनझुना पकड़ा दिया जाएगा ऐसी परिस्थिति को देखते हुए मेरा मानना यह है की अलग-अलग संगठनों के लिए काम ना करने से अच्छा होगा कि मैं बिना किसी पद पर रहते हुए सिर्फ समाज के लिए कार्य करूं अगर समाज के लिए काम किया जाए तो वह ज्यादा बेहतर होगा इसी को देखते हुए आगे की कोशिश रहेगी पंजाबी समाज का एक ही संगठन काम करें और मजबूती के साथ काम करें ताकि भविष्य में दोबारा इस तरह की स्थितियां उत्पन्न ना हो