पुरानी रंजिश के चलते की थी युवक की हत्या कुछ पैसे देकर आरोपी ने खरीद लिया था घटना का गवाह


रिपोर्ट रुड़की हब
रुड़की
।।पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए अपने ही दोस्त को नशा करने के बाद बुरी तरह मारपीट कर मौत के घाट उतार दिया और बाद में उसकी जेब से नगदी व अन्य सामान भी चोरी कर फरार हो गये। इस घटनाक्रम से जुड़े मुख्य आरोपी के साथ ही अन्य तीन आरोपियों को पुलिस व सीआईयू की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर उनका चालान कर कोर्ट में पेश किया।

आज सिविल लाइन कोतवाली में 9 नवंबर को राज विहार कॉलोनी में मिले अज्ञात शव की घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि घटना के दौरान जाँच पड़ताल में मृतक की सचिन उर्फ काका के रूप में शिनाख्त हुई। बाद में पुलिस ने घनश्याम पुत्र कबूल सिंह निवासी मोहनपुरा की तहरीर के आधार पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की धर पकड़ शुरू कर दी। शिनाख्त के बाद मृतक के परिजनों/पत्नी मनीषा ने बताया कि उसका पति सचिन उर्फ काका


हरिद्वार में चाट की ठेली लगाता था तथा अपने परिवार के साथ वही रहता था। वह दीपावली पर्व पर घर आया हुआ था ओर यहां उन्होंने पटाखे की दुकान भी लगाई थी। पैसे की जरूरत के कारण उसने अपना मोबाइल फोन इलियास निवासी ढंडेरा के पास 1,000 रुपये में गिरवी रख दिया था। विगत 8 नवंबर को घर का कबाड़ बेचने से प्राप्त 1,100 को करीब 3 बजे मोबाइल वापस लेने के लिए अपनी बाइक पर गया था। जिसके बाद वह वापस नही लोटा। जब इलियास से पुलिस ने जानकारी ली, तो उसके अलावा शादाब उर्फ पल्कू पुत्र नूर हसन (22) निवासी ढंडेरा व आसिफ उर्फ बोन्नी पुत्र गुलफाम (20) निवासी कीर्तिनगर ढंडेरा, शेरु उर्फ आमिर पुत्र शाहनवाज (19) निवासी ढंडेरा का नाम प्रकाश में आया। जब सचिन मोबाइल लेने गया तो,

तीनों उसके साथ थे और बाद में इलियास के घर से सचिन अपना मोबाइल लेकर शादाब के साथ बाइक पर गया था। इस पर पुलिस ने जब आरोपियों की तलाश शुरू की, तो उपरोक्त तीनों घर से फरार मिले। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को ढंडेरा स्थित शिव मंदिर के पास मस्जिद से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शादाब उर्फ पल्कू पुत्र नूर हसन निवासी ढंडेरा व मृतक सचिन पुत्र घनश्याम निवासी मोहनपुरा दोनों मित्र थे व नशे के आदि भी थे। 2 साल पहले दोनों का मनमुटाव व झगड़ा हो गया था। जिसमें सचिन ने सादाब को पीटा था, घटना से पहले भी दोनो के बीच में विवाद हो गया था। 8 नवंबर को सचिन शादाब को ढंडेरा घूमते हुए मिला। तो दोंनो सचिन की बाइक पर बैठकर नशा करने के लिए चले, तो रास्ते में पल्कू ने अपने पहचान के व्यक्ति से लोहे का पाया उठा लिया तथा दोनो ने जमकर नशे का सेवन किया। बाद में शादाब ने सचिन से राजविहार कॉलोनी की ओर चलने के लिए कहा ओर वहां जाकर शादाब ने सचिन के सिर में चारपाई के पावे से वार कर जख्मी कर दिया ओर बाद में उसके गुप्तांग को भी काट दिया ओर उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया। जिसमें उसकी मौके पर ही दर्दनक मौत हो गयी। उसके बाद शादाब ने उसकी जेब से नगदी व सामान भी चोरी कर लिया। तभी वहां शेरू और बोन्नी भी पहुंच गये, जिन्हें शादाब ने मोबाइल व पर्स देकर समझा लिया ओर कुछ न बताने को कहा। पूछताछ में यह भी बताया कि वह तीनो बाइक को वहीं पर छोड़ आये। घटना में गौतम पुत्र पवन (24) निवासी कर्नल एनक्लेव का नाम प्रकाश में आया, जो कैमरों में बाइक ले जाता हुआ दिखाई दिया, पुलिस ने शुक्रवार को उसे भी तांशीपुर तिराहे से पकड़ लिया, उसकी निशानदेही पर बाइक बरामद की गई। एसएसपी ने बताया कि रंजिश के कारण उसे मौत के घाट उतारा गया। प्रेसवार्ता में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ विवेक कुमार, पंकज गैरोला, कोतवाल अमरजीत सिंह के साथ ही कोतवाल देवेंद्र सिंह चौहान, एसआई सीआईयू जहांगीर अली, एसएसआई प्रदीप तोमर, एसआई महेंद्र सिंह पुंडीर, देवेंद्र सिंह पाल, हेड कांस्टेबल अहसान अली, सिपाही अशोक, कपिल, सुरेश, रविन्द्र खत्री, महिपाल, प्रदीप, मेजर सिंह, भीमदत, बीरेंद्र, राम सिंह धामी, अरविंद कुमार, सुरेंद्र शामिल रहे।
वहीं एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि संदिग्ध शव व हत्या जैसे घटनाक्रम को खोलने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। हालांकि जनता का भी पुलिस और विश्वास रहता है कि ऐसी घटनाओं का जल्द से जल्द खुलासा हो, लेकिन कई बार समय ज्यादा लगने के कारण जनता निराश रहती है। जिसके लिए उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि घटना को तत्काल खोलने का प्रयास किया जाए व फरियादी व पीड़ितों से मृदुभाषा में व्यवहार किया जाए और उन्हें उनके अधिकार के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें न्याय दिलाने में योगदान दें। साथ ही पुलिस कार्यशैली को भी धीरे-धीरे सुधारा जाएगा।

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