नितिन कुमार/ रुड़की हब
पिछले कुछ महीने जब चुनाव होने की आशंका शहर में नजर आने लगी थी तो भाजपा ,कांग्रेस के नेताओं ने नाला सफाई को लेकर एक घमासान छिड़ा था सभी लोग रुड़की के नालों की सफाई करवाना चाहते थे रोज नगर निगम के अधिकारियों के पास जाकर तरह तरह की बात करते थे मीडिया में हाईलाइट होते थे लेकिन जैसे ही पता चला कि चुनाव पीछे हट गए हैं आज कोई भी शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान देने वाला नहीं है कोई शहर की सफाई व्यवस्था की आवाज नहीं उठा रहा है
पूरे देश में बरसात को लेकर हाहाकार मचा हुआ है लगभग आधे भारत बाढ़ से ग्रस्त है अगर हम बात करे अपने शहर की तो कितनी है तैयार रुड़की बरसात के लिए अगर यहां पर भी लगातार बारिश हो जाती है तो कितना जलभराव शहर में हो सकता है प्रशासन कितना तैयार है उसके लिए यह सब रुड़की के जनप्रतिनिधियों को आवाज उठानी चाहिए पर शायद अब चुनाव नहीं है इसलिए सब शांत है किसी को कोई मतलब नहीं है शहर में कहां जल भराव होता है कहां नहीं कहा नालों की सफाई नहीं हो रही है कहां पानी अटका पड़ा है यह एक सोचने वाली बात है