यूं ही नहीं चैंपियन को कहा जाता विकास पुरुष यह रही है इन की उपलब्धियां

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और जो इस समय सबसे गर्म मुद्दा है वह हरिद्वार जिले का टिकट किसे मिले स्थानीय को मिले या किसी बाहरी को मिले लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की आइए जानते हैं इनका कार्यकाल में क्या-क्या हुआ

“योग्यता” के बल पर , उत्तराखंड सरकार से बहुत से कार्य वो कराये , जो प्रदेश में सबसे पहले कराये
1) विधायक बनने से पूर्व ही उनके द्वारा उत्तराखंड के प्रथम मुख्यमंत्री श्री नित्यानंद स्वामी जी से “लक्सर डिग्री कॉलेज” स्वीकृत करा लिया था
2) प्रदेश की प्रथम I.T.I. प्रहलादपुर
प्रदेश का प्रथम पुलिस थाना खानपुर
3) प्रथम तटबंध , बाणगंगा
4) प्रथम मिनी स्टेडियम खानपुर
5) प्रथम राजकीय कन्या डिग्री कॉलेज दल्लावाला
6) प्रथम 33 के वी बिजलीघर खानपुर
7) प्रथम P.H.C. खानपुर
8 प्रथम दुग्ध फैक्ट्री शिकारपुर
9) प्रथम राजीव गांधी नवोदय विद्यालय शिकारपुर
कोई भी उत्तराखंड के विधायक द्वारा , जिला अथवा प्रदेश सरकार से ऊपर उठ कर विकास कार्य नहीं कराए गए। मात्र एक विधायक कुँवर प्रणव सिंह चैंपियन ही है जिन्होंने कड़ा संघर्ष कर , अपने घर से पैसे खर्च कर असम्भव को संभव कर के दिखाया है
1) लक्सर के फाटक पर , 1952 से चुनाव लड़ने वाले नेतागण फर्जी घोषणा करते थे कि हम चुनाव जीतकर , “रेलवे ओवर ब्रिज” बनवा देंगे। लेकिन कोई नहीं करा सके। कुँवर साहब ने सीधे रेल मंत्रालय , भारत सरकार में पहुंच बना कर , पूरे छः वर्ष के संघर्ष के बाद , वह उपरगामी सेतु बनवाया।
2) बालावाली की बड़ी गंगा पर स्तिथ, “विशाल रेलवे पुल” को 8 वर्ष के कठिन संघर्ष के बाद जिसमे उन्होंने 3 रेल मंत्री बदलते देखे , चेष्टाओं के बाद , “निशुल्क” उत्तराखंड राज्य को हस्तांतरित कराया
3) खाद्दर के क्षेत्र को बाढ़ की विभीषिका से मुक्त कराने हेतु , दूसरी विधासन सभा के कार्य को जिसमे , 22 km का “भोगपुर से बालावाली तटबंध” करवाया। उक्त की फ़ाइल GFCC (Ganga Flood Control Commission ) , पटना (बिहार) में पड़ी धूल खा रही थी , उनको निकलवा के , प्राक्कलन का पुनर्गठन कराया । फिर “Water ways Ministry” जाकर , मा0 जल संसाधन मंत्री जी से कई बार भेंट कर उक्त कार्य हेतु 5 वर्ष संघर्ष कर रु. 22 करोड़ स्वीकृत कराए
ये तो कुछ विकास कार्यों का ही उल्लेख है , जिनको कुँवर साहब ने अपनी उच्च शैक्षिक योग्यता , समाज सेवा हेतु ऊर्जा ,तथा परोपकार हेतु , भारत सरकार से स्वीकृत कराया
इतने कार्य के बाद ही चैंपियन को विकास पुरुष कहा जाता है आगे भी हम चर्चा करेंगे एक ऐसे जनप्रतिनिधि के किसने हरिद्वार जिले के लिए कार्य किए है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *