चैम्पियन का विरोध राजनीतिक हो सकता है,पर बतौर सांसद निशंक के कामकाज को लेकर आम जन के भी अनेक सवाल


रुड़की(संदीप तोमर) कांग्रेस के साथ ही भाजपा में हरिद्वार से पार्टी प्रत्याशी को लेकर बाहरी और स्थानीय की जंग के बीच भाजपा में पार्टी के खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन ने अपनी ही पार्टी के मौजूदा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक के विकास कार्यों को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। इसे लेकर पार्टी में विवाद भी चल रहा है। चैम्पियन का विरोध राजनीतिक हो सकता है और सम्भव है कि यह कोई बहुत लंबा भी न चले,किन्तु बाहरी और स्थानीय के मुद्दे के साथ ही चैम्पियन के विरोध को भी अलग कर देखें तो भी बड़ी तादाद में आम जन बतौर सांसद डा.निशंक के कामकाज को लेकर अनेक सवाल खड़े कर रहा है। यहां तक कि शोसल मीडिया जैसे सार्वजनिक मंच पर भी आम जन अपना विरोध करने से नही चूक रहे। डा.निशंक के कुछ अति निकटस्थ समर्थक जरूर उनके कार्यों को शोसल मीडिया पर उठाते हैं,लेकिन जहां अधिकांश कार्यकर्ता खामौश ही दिखते हैं वहीं विभिन्न क्षेत्रों से आम जन के ऐसे अनेक सवाल हैं जिनके जवाब नही मिल पा रहे हैं।
इस मसले पर शोसल मीडिया माध्यम के बड़े मंच फेसबुक से ही यूं तो अनेक उदाहरण दिए जा सकते हैं,किन्तु रुड़की नगर में समाजसेवी की बड़ी पहचान रखने वाले और भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा से अति निकटता रखने वाले पर्दा व्यापारी गगन आहूजा द्वारा कल की गई पोस्ट का ही उदाहरण यहां काफी रहेगा। यह पोस्ट और इस पर आए कमेंट सांसद निशंक से बहुत कुछ पूछते हैं और उन्हें बहुत कुछ कहते हैं। हालांकि पोस्ट में गत 20 वर्ष के सांसदों की बात करते हुए कुछ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया गया है,किन्तु इस आपत्तिजनक भाषा को अलग कर दिया जाए तो पोस्ट का मर्म सांसद की कार्यप्रणाली को लेकर गहरा बहुत है। यहां गगन आहूजा की फेसबुक पोस्ट का लिंक दिया जा रहा है,किन्तु क्षमा सहित उसके आपत्तिजनक हिस्से की जिम्मेदारी न लेते हुए–

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2885604771451454&id=100000058785925

अब इससे आगे बढ़ते हुए आम जन के स्वयं सुने शब्दों की बात करें तो जहां डा.निशंक और उनके समर्थक विकास कार्यो को लेकर 50 साल का रिकॉर्ड 5 साल में तोड़ दिए जाने के दावे कर रहे हैं और हाल ही में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने से पूर्व सांसद ने अनेक शिलान्यास किये भी हैं,किन्तु आम जन के छोटे छोटे से सवाल 50 साल के बड़े दावों को भी छोटा कर दे रहे हैं। मसलन पिछले कई साल से एडीबी के कारण घनघोर रूप से परेशान रुड़की शहर के आधे हिस्से के लोगों में से एक गणेशपुर निवासी सुमित का कहना है कि यूं तो आधे शहर की परेशानी की बाबत सांसद ने कितनी बार आवाज उठाई,यह सभी को जानना चाहिए,किन्तु अकेले गणेशपुर क्षेत्र की ही बात करें तो यहां एडीबी का पम्पिंग स्टेशन बना है और पूरा काम निपट जाने के बाद भी आज तक गणेशपुर की सड़कों का निर्माण नही किया गया है। सुमित की पहली शिकायत शहर विधायक प्रदीप बत्रा से हैं और वह कहते हैं कि चलो विधायक को ही अनदेखी करने वाला मान लें किन्तु न तो किसी सांसद प्रतिनिधि और न ही खुद सांसद को इस बड़े क्षेत्र की बदहाल सड़कों की याद आयी। एडीबी के ही मसले को लेकर अम्बर तालाब निवासी पंकज सांसद डा. निशंक से यह कहते हुए सवाल करते हैं कि एडीबी की लापरवाही से शहर में आधा दर्जन से ज्यादा मौत हुई,इनमें कितनो को मुआवजा मिला?क्या कभी सांसद ने जाना। हरिद्वार में चले अतिक्रमण अभियान में प्रशासन की दोहरी नीति के साथ ही रुड़की शहरी क्षेत्र के अनेक लोगों के यूं तो और भी बहुतेरे सवाल हैं किंतु इससे अलग गांव देहात की बात करें तो सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना कर रहे गन्ना किसानों की बाबत हरिद्वार निवासी भाकियू (अम्बावत)के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह भाटी सांसद डा.निशंक से सवाल करते हुए कहते हैं कि गन्ना किसानों के भुगतान के झूठे दावे किए जा रहे हैं। एक तरफ मिलों को सॉफ्ट लोन की बात की जाती है यदि ऐसा हुआ है तो भुगतान क्यों नही हो रहा है? पदम सिंह के किसानों की बाबत बिजली पानी को लेकर भी सांसद से कई सवाल है तो वह कांवड़ पटरी का सवाल भी उठाते हैं। उनका कहना है कि हिन्दू हितों का दम भरने वाली पार्टी के सांसद को बताना चाहिए कि उन्होंने कांवड़ पटरी की बदहाली दूर करने को क्या प्रयास किये हैं? प्रदेश में 2017 से उनकी पार्टी की सरकार होने के बावजूद आज तक कांवड़ पटरी भयंकर बदहाली की शिकार क्यों है? पदम सिंह सांसद के शिलान्यासों को लेकर आमखेड़ी-मथाना पुल का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि उस काम को भी सांसद अपना बता रहे हैं,जिसका बजट पूर्व प्रधान की रिट पर हाईकोर्ट के आदेश पर जारी हुआ है। वह सांसद के कार्यों का अंदाजा लगाने के लिए उनके गोद लिए गांव गोवर्धनपुर पर एक नजर डालने की बात भी मीडिया से करते हैं। इसके साथ ही पदम सिंह डा. निशंक के पूर्व मुख्यमंत्री वाले बड़े राजनीतिक कद को भी हरिद्वार की जनता के लिए नुकसानदायक बताते हैं। खैर इस सबके उलट सांसद से बतौर प्रतिनिधि जुड़े कुंवर नागेश्वर सिंह का कहना है कि सांसद हर वर्ग के कल्याण को सजग रहे हैं। आज वास्तव में जो काम हरिद्वार में गत 50 वर्ष में नही हुए वह 5 वर्ष में डा.निशंक ने कर दिखाए हैं। कुछ लोगों को शिकायत हो सकती है किंतु डा.निशंक की सहजता और सरलता सर्वविदित है। जो लोग आरोप लगा रहे हैं उनकी कोई राजनीतिक मजबूरी हो सकती है।

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