राजस्थान विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र ने मोदी दौसा में चुनावी रैली को संबोधित किया। जनसभा से पहले मोदी ने नगाड़ा बजाकर जनसभा की शुरुआत की। मोदी ने कहा कि हमारे देश में आदिवासी समाज आजादी के बाद पैदा हुआ क्या। पहले भी था कि नहीं था, कांग्रेस की इतनी सरकारें आकर गई, लेकिन कभी नामदार को विचार नहीं आया। चार-चार पीढ़ियों तक इन्हे आदिवासी कभी याद नहीं आए कि आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय, अलग मंत्री और बजट होना चाहिए। अटल जी जब प्रधानमंत्री बने तब जाकर आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना, अलग बजट बना और अलग मंत्री बना।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई सेनापति नहीं है। अरे कोई सैनिक ही नहीं बचा है, सेनापति कहां से लाएंगे? एक परिवार के बाहर कांग्रेस के पास कोई नाम तक नहीं है, सवा सौ करोड़ देशवासियों में उनको परिवार के बाहर कुछ दिखता नहीं है। वो आए हैं परिवार के लिए, वो जीते हैं परिवार के लिए, उनके लिए परिवार ही सबकुछ है, हमारे लिए तो सवा सौ करोड़ का देश ही मेरा परिवार है। कन्फ्यूज नेतृत्व और फ्यूज पार्टी ना कांग्रेस का भला कर सकती है ना देश का। ना इनके पास सशक्त नेतृत्व है ना इनके पास नीति है और ना ही इनके पास नीयत की कोई संभावना है।
राहुल गांधी पर तंज करते हुए उन्होंंने कहा कि जिसको यहां के लोग बड़ा किसान नेता मानते हों उसी पार्टी का अध्यक्ष कुम्भाराम को कुम्भकरण कह दे, इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता है। ये इतना कन्फ्यूज हैं कि इन्हें ये भी नहीं पता कि कुम्भकरण ने क्या किया और कुंभाराम ने क्या किया। ऐसे लोग राजस्थान का भला कर सकते हैं क्या?’