भागवत बोले: राष्ट्रवादी सोच के स्वयंसेवक तैयार करना ही संघ का मकसद, रोटियों से बांधा जा रहा है भावनात्मक…

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि राष्ट्रवादी सोच के स्वयंसेवकों का गठन करना संघ का उद्देश्य है। आर्थिक, नैतिक सहित सभी दूसरी बातों से ऊपर उठकर देश को परम वैभव की ओर ले जाने से ही भारत की सही मायनों में जय होगी।उन्होंने कहा कि हिंदू राजाओं की फूट का फायदा उठाकर मुगलों और अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर रखा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संघ शिक्षा वर्ग में दिनेशपुर पहुंचे सरसंघचालक ने शिक्षार्थियों को संघ के उद्देश्यों की जानकारी दी।

उन्होंने कई महत्वपूर्ण विषयों पर स्वयंसेवकों से चर्चा भी की। इससे पहले उन्होंने द्रोण कॉलेज में चल रहे शिक्षा वर्ग में शिरकत कर रहे शिक्षार्थियों के साथ परिचय बैठक की और दोपहर में उनके साथ भोजन किया। शाम को हुए बौद्धिक सत्र में संघ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी रखी। वह सर संघ चालक प्रणाम कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस दौरान शिक्षार्थियों ने अपनी कला का प्रदर्शन भी किया। द्रोण कॉलेज में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग में मेरठ, बृज और उत्तराखंड से 244 शिक्षार्थियों के साथ 32 शिक्षक हिस्सा ले रहे हैं। व्यवस्था में 50 कार्यकर्ता और आपूर्ति सहित अन्य व्यवस्थाओं में 70 स्थानीय कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं।

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