रिपोर्ट रुड़की हब
रुड़की। बारह वर्षों से बंद पड़े प्रा0 वि0 नम्बर सात नगर क्षेत्र रुड़की के दोबारा खोलने की कवायद में उत्तराँचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन जनपद हरिद्वार के जिलाध्यक्ष कृष्णचंद शर्मा एवं महामंत्री ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ विद्याशंकर चतुर्वेदी से मिला।
16 अगस्त को मेयर गौरव गोयल ने डीईओ हरिद्वार को पत्र लिखकर रुड़की नगर क्षेत्र में बंद पड़े स्कूलों को खोलने हेतु मांग उठाई थी।इसके बाद दो अन्य स्कूलों के साथ रामनगर स्थित प्रा0 वि0 नम्बर सात को भी खोल दिया गया था। यह स्कूल शिक्षक विहीन होने के कारण करीब 12 साल से बंद हो गया था। स्कूल खुलते ही उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लॉक रुड़की इकाई ने स्कूल के भवन की जर्जर हालत का हवाला देकर विरोध कर दिया। शिक्षको का एक गुट स्कूल खुलवाने ओर दूसरा बन्द करवाने में लगे थे। फिर इस मामले में नेता भी कूद पड़े दो महीने पहले मेयर ने स्कूल खुलवाने हेतु डीईओ को पत्र लिखा था तो अब नगर विधायक ने डीईओ को पत्र भेजकर स्कूल को जर्जर बताकर बन्द करवाने को कहा था हालांकि नगर विधायक ने आनन फानन में अगले ही दिन स्कूल को खोलने ओर उसकी मरम्मत हेतु डीईओ को संशोधित पत्र लिख दिया था।
सोमवार को उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णचंद शर्मा एवं महामंत्री ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में मुख्य शिक्षा अधिकारी से स्कूल को खोले जाने एवम स्कूल में तैनात शिक्षक की व्यवस्था को बरकरार रखने हेतु उनके रोशनाबाद स्थित कार्यालय में मिले। उन्होंने डीईओ को बताया कि सरकारी शिक्षा की बेहतरी के लिए शासन द्वारा विविध परियोजनाएं एवं अभियान संचालित किए जा रहे है सरकार सीएसआर एवं सामुदायिक सहयोग द्वारा सरकारी स्कूलों की दशा व दिशा बदलने हेतु सतत प्रयासरत है इसी क्रम में राजीव शर्मा द्वारा सामुदायिक सहयोग से प्रा0 वि0 नम्बर सात रुड़की के भवन को शैक्षिक परिवेश में ढालने एवम समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है उन्होंने आगे कहा कि कोई शिक्षक सीएसआर/सामुदायिक सहयोग द्वारा उन विद्यालयों के संसाधन तथा पठन पाठन के परिवेश को विकशित करने के इच्छुक हो जो बन्द पड़े है तो ऐसे शिक्षको को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस मौके पर राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उत्तम शर्मा एवं महामंत्री रविन्द्र रोड़ मौजूद रहे।