Uttarakhand Cabinet Meeting माना जा रहा है कि बैठक में विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि घोषित होने के साथ ही स्वास्थ्य पुलिस परिवहन खनन शिक्षा वन एवं पर्यावरण शहरी विकास और उद्योग विभाग से संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रिमंडल की अहम बैठक होगी। वहीं इस दौरान अन्य महत्पवूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। Uttarakhand Cabinet Meeting: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रिमंडल की अहम बैठक होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि घोषित होने के साथ ही स्वास्थ्य, पुलिस, परिवहन, खनन, शिक्षा, वन एवं पर्यावरण, शहरी विकास और उद्योग विभाग से संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी।[banner caption_position=”bottom” theme=”default_style” height=”auto” width=”100_percent” group=”%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%bf%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%a1″ count=”-1″ transition=”fade” timer=”4000″ auto_height=”0″ show_caption=”1″ show_cta_button=”1″ use_image_tag=”1″]
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से बुधवार को राजभवन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों के साथ ही सम-सामयिक विषयों पर चर्चा की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस की पदयात्रा को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि धामों के महात्म्य को कम करने का साहस किसी में नहीं है। कांग्रेस की यात्रा भविष्य में होने वाले केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए लाभ उठाने और झूठ व भ्रम फैलाने की साजिश का हिस्सा है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम को लेकर कांग्रेस राजनीतिक उद्देश्य से बेवजह विवाद खड़ा कर रही है। कांग्रेस हमेशा से सनातन विरोधी रही है। उन्हें प्रभु श्रीराम के अस्तित्व और धार्मिक स्थलों के महात्म्य पर कभी विश्वास नहीं रहा है।
यही वजह है कि जब दिल्ली में निर्मित होने वाले मंदिर के ट्रस्टी नाम परिवर्तन कर रहे हैं और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विश्वास पर तीर्थ पुरोहितों ने भी आंदोलन स्थगित कर दिया है, लेकिन कांग्रेस इस विषय पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है।
इस विषय पर हरिद्वार से पदयात्रा की घोषणा से कांग्रेस की राजनीतिक मंशा भी स्पष्ट हो गई है। यह जानते हुए भी कि उनके धाम की महिमा को लेकर किए जा रहे इस दुष्प्रचार से श्री केदारनाथ धाम की छवि और यात्रा प्रभावित हो सकती है।