रुड़की(संदीप तोमर)। रामनगर कोर्ट के बाहर बाइक सवार बदमाशों ने नगला कुबड़ा के ग्राम प्रधान कमरे आलम को गोली मार दी। गंभीर अवस्था में घायल प्रधान को रुड़की सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामला प्रधान के बड़े भाई मुज्जमिल की कई वर्ष पूर्व प्रधान रहते ही रुड़की में हुई हत्या के बाद से शुरू हुई खूनी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि पुलिसिया तौर पर कुछ अधिकृत रूप से नही कहा गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नगला कूबड़ा के प्रधान कमरे आलम किसी कार्य से रामनगर कोर्ट में आए थे। देर शाम करीब साढ़े पांच बजे रामनगर कोर्ट से काम निपटा कर बाहर निकले और कुछ दूरी पर खड़ी अपनी कार में सवार होने के लिए पैदल ही चल दिए। तभी पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने प्रधान को गोली मार दी गोली चलते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई और बाइक सवार बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए।
लोगों ने सूचना पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्राम प्रधान को घायल अवस्था में रुड़की सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया वहीं घटना की जानकारी पाकर एसपी देहात नवनीत सिंह सीओ चंदन सिंह कोतवाली प्रभारी रुड़की अमरजीत सिंह एवं कोतवाली प्रभारी गंग नहर राजेश शाह मौके पर पहुंचे। पुलिस बदमाशों की छानबीन में जुटी है वहीं मामले की जानकारी पाकर रुड़की सिविल अस्पताल में ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। इस मामले को मृतक प्रधान कमरे आलम के भाई मुजम्मिल की ग्राम प्रधान रहते हुए ही रुड़की की सलमान कॉलोनी में दिनदहाड़े हुई हत्या की के बाद से शुरू हुई खूनी रंजीत से जोड़कर देखा जा रहा है कहीं वर्ष पूर्व हुई मुजम्मिल की हत्या के मुख्य आरोपी फारुख की कुछ वर्ष पूर्व कमरे आलम ने अपने भाई की हत्या का बदला लेते हुए एक विवाह समारोह के दौरान मंगलौर क्षेत्र में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। तब फारुख हत्या के डर से रुड़की से बाहर जाकर रह रहा था और इस विवाह समारोह में भाग लेने ही मंगलौर आया था। फारुख की हत्या कर कमरे आलम खुद ही पुलिस के सामने पेश हो गया था,लेकिन फारुख हत्याकांड के बाद से कमरे आलम को भी अपनी जान का खतरा था और वह पूरा चौकस होकर घर से बाहर निकलता था। हालांकि उसकी हत्या को लेकर अभी पुलिस ने कोई अधिकृत बात नही की है,लेकिन लोग इसी रंजिश से मामले को जोड़कर देख रहे हैं।