हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज राइसी के वनस्पति विज्ञान द्वारा “एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन ऑफ बायो रिसोर्सेज इन उत्तराखंड” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का किया गया आयोजन


रिपोर्ट रुड़की हब
खानपुर।।हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज राइसी हरिद्वार के वनस्पति विज्ञान द्वारा “एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन ऑफ बायो रिसोर्सेज इन उत्तराखंड” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। यह सेमिनार उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर द्वारा पोषित थी। सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त


न्यायाधीश श्री लोकपाल सिंह तथा पदमश्री श्री कल्याण सिंह रावत जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग एक वैश्विक समस्या के रूप में उत्पन्न हुई है जिसको पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता है। कीनोट स्पीकर प्रोफेसर डी पी नौटियाल डीन यूयूएचएफ पौड़ी गढ़वाल एवं डॉ अर्चना शर्मा दून यूनिवर्सिटी देहरादून ने भी सेमिनारविषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए । इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ के पी सिंह एवं उपाध्यक्ष डॉ प्रभावती जी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उद्घाटन अवसर पर महाविद्यालय सचिव डॉ हर्ष कुमार दौलत जी ने पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ बनाकर रखने को प्रत्येक मानव का कर्तव्य बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य


को अपने जन्म दिवस के अवसर पर एक पेड़ अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके । सेमिनार में उपस्थित सभी विद्वानों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य डॉ राजेश चंद्र पालीवाल जी ने पर्यावरण संरक्षण को प्रत्येक नागरिक का दायित्व बताया मुख्य। वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ मधु थपलियाल, डॉ दीपक भट्ट, डॉ अरुण कुमार लोकपाल मनरेगा पौड़ी गढ़वाल एवं डॉ आर पी कुकशाल रिटायर्ड डी एच ओ पौड़ी गढ़वाल ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ खेमराज भट्ट, परीक्षा नियंत्रक डॉ विजय प्रकाश, सह परीक्षा नियंत्रक डॉ हेमंत बिष्ट भी उपस्थित रहे। टेक्निकल सेसन के दौरान अनुराधा, कनिष्का काला एवं अन्य शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डॉ खेमराज भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हित में सदैव कार्य करता है। इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजिका डॉ स्मृति कुकशाल तथा सह संयोजिका डॉ सारिका माहेश्वरी ने सेमिनार के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सेमिनार में 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए जिसमें देश के प्रत्येक हिस्से से शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डॉ मंजू रानी, डॉ परीक्षित कुमार, डॉ नरेंद्र कुमार, डॉ नीतू राम, डॉ केपी तोमर, डॉ राहुल कौशिक, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ अश्वनी कुमार, डॉ हेमंत पवार, डॉ इकराम, डॉ विकास तायल, विक्रम सिंह, डॉ अजीत राव, डॉ प्रशांत कुमार, डॉ रणवीर सिंह, डॉ मुरली सिंह, डॉ अलका, हरीश डॉ प्रिया प्रधान, डॉ निशा पाल डॉ पूनम रानी, डॉ प्रमोद कुमार डॉ, कुलदीप कुमार, डॉ दीपिका भट्ट डॉ विनीता दहिया, डॉ वर्षा अग्रवाल, डॉ प्रीति गुप्ता, रश्मि नौटियाल एवं महाविद्यालय के सभी शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।

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