हरिद्वार सनत शर्मा :- हरिद्वार खनन माफियाओं द्वारा चंडी घाट के समीप कुष्ट आश्रम चंडी घाट पर गंगा का सीना किया जा रहा छलनी छलनी आखिर खनन माफिया हरिद्वार की पावन धरती को बंजर बना कर किस आपदा की तैयारी कर रहे हैं
पहले ही उत्तराखंड में बड़ी-बड़ी आपदाओं ने भारी मात्रा में जान माल की काफी हानि पहुंचाई है लेकिन फिर भी सरकार के कुछ नौकरशाह अपनी आंखें मूंदे हुए हैं
क्या किसी सरकारी मशीनरी का इनके ऊपर बड़ा हाथ है जिस कारण यहा खनन माफिया पूरी गंगा में अवैध खनन करने से नहीं चूकते हैं कई दिनों से लगातार चंडी घाट के समीप गंगा में अवैध खनन का तांडव मचा हुआ है यही से हाथियो के आवाजाहि का मुख्य रास्ता भी है क्या वन विभाग किसी बड़ी घटना होने का इंतज़ार कर रहा या विभाग सब कुछ जानते हुए भी अंजान बना हुए हैं क्या किसी का दवाब उन्हे अपना फर्ज निभाने से रोक रहा है कुछ लालची व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए इस क्षेत्र को खोद खोद कर खाली कर रहे हैं जिस कारण जंगली जानवर शहर का रुख करते हैं जिसकी वजह से बड़ी बड़ी घटनाएं होती हैं सरकार के दावे यहां खोखले नजर आ रहे हैं जहां सरकार कहती है जानवरों को सुरक्षित करने के लिए अनेक उपाय कर रहे हैं लेकिन यहां पर मुख्यतः जानवरों के घरों को उजाड़ा जा रहा है जिस कारण जानवरों की सुरक्षा खतरे में है आखिर कब तक यह खनन का नंगा नाच चलता रहेगा क्या इस पर किसी सरकार के पदाधिकारी का हाथ इनके ऊपर हैं जिस कारण खननमाफिया गंगा का दामन चीर रहे हैं जबकि बार-बार स्वामी शिवानंद जी महाराज गंगा को बचाने के लिए प्रयासरत रहते हैं लेकिन उनके प्रयासों को भी यह माफिया विफल कर रहे हैं उन्हीं के आश्रम के सामने गंगा पार यह यह खनन चल रहा है उत्तराखंड सरकार को लाखों करोड़ों रुपए की राजस्व का चूना लगाया जा रहा है आखिर सरकार और सरकार के मुलाजिम क्यों है मौन , या फिर इसमें कई सरकारी अधिकारी मिले हुए हैं