कथावाचक मोरारी बापू गर्भ गृह में दर्शन कर रहे थे। उसी समय किसी यात्री ने चुपके से फोटो खींच कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। प्रतिबंध के बाद भी गर्भ गृह में फोटो खींचने के मामले को बीकेटीसी से गंभीरता से लिया।
केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में कथावाचक मोरारी बापू का फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने सख्त रुख अपनाया है। फोटो वायरल करने वाले इंदौर के तीर्थयात्री ने माफी मांग कर अर्थदंड के रूप में 11 हजार रुपये की विशेष दान पर्ची काटी।
गर्भ गृह की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने से श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना व आस्था को ठेस पहुंच रही है। इसे देखते हुए बीकेटीसी ने गर्भ गृह में फोटो खींचने पर प्रतिबंधित लगाया है। श्रद्धालुओं की सूचना के लिए मंदिर परिसर में साइन बोर्ड लगाए गए। 21 जुलाई को कथावाचक मोरारी बापू केदारनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे थे।
फोटो खींच कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया
जब वे गर्भ गृह में दर्शन कर रहे थे। उसी समय किसी यात्री ने चुपके से फोटो खींच कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। प्रतिबंध के बाद भी गर्भ गृह में फोटो खींचने के मामले को बीकेटीसी से गंभीरता से लिया। मंदिर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल कर यात्री की पहचान इंदौर निवासी लक्ष्मीनारायण पानेरी के रूप की गई।
बीकेटीसी को दिए लिखित माफीनामे में लक्ष्मी नारायण ने गलती पर क्षमा मांगी है। कहा, मैं बाबा केदार के दर्शन कर चुका था। मोरारी बापू को देख कर भावावेश में आकर गर्भ गृह में फोटो खींची। बीकेटीसी कर्मचारियों की ओर से मंदिर के गर्भ गृह में फोटो न खींचने के निर्देश दिए जा रहे थे। उन्होंने अपनी गलत पर अर्थ दंड के रूप में 11 हजार रुपये की विशेष दान की पर्ची कटवाई है।