वाकई डिप्टी कलेक्टर गोपाल सिंह चौहान से सीखा जा सकता है हर मैदान फतेह करना

संदीप तोमर

रुड़की। विगत वर्ष आयी सुपरहिट फिल्म संजू में एक गीत था,जिसके बोल थे कि कर हर मैदान फतेह…..। इंसान के हौंसलों को बुलंद और इच्छा शक्ति को दृढ़ता के लिए प्रेरित करने वाले इस गीत को वास्तविक जीवन में किसी अधिकारी के कार्यों को देखते हुए उनसे प्रेरणा लेने को गाया जा सकता है तो वो हैं फिलहाल हरिद्वार में डिप्टी कलेक्टर एवं उप मेलाधिकारी के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी गोपाल सिंह चौहान।
अभी कुछ ही समय पूर्व जनपद रुद्रप्रयाग से हरिद्वार जनपद स्थानांतरित हुए गोपाल सिंह चौहान इससे पूर्व जनपद रुद्रप्रयाग में एसडीएम उखीमठ के पद पर तैनात थे। इससे भी पूर्व वह रुड़की में एएसडीएम व मुख्य नगर अधिकारी का,कामकाज के लिहाज से बेहद सफल और सराहनीय दायित्व निभा चुके थे। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद उनका हरिद्वार से रुद्रप्रयाग तबादला हुआ था। तब उनके तबादले को लेकर राजनीतिक कारण होने का शोर भी मचा था और भाजपा के अनेक नेताओं ने उनकी कार्यक्षमता व तेजतर्रारी को देखते हुए मुख्यमंत्री से उन्हें हरिद्वार में ही रखे जाने की मांग की थी,किन्तु मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि उनकी कार्यक्षमता को देखते हुए ही उन्हें रुद्रप्रयाग भेजा जा रहा है। यहां ध्यान रहे कि इस बीच ही रुद्रप्रयाग जनपद स्थित केदारनाथ के प्रति गहरी श्रद्धा रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2013 की आपदा में पूरी तरह खंडित-विखंडित हुए केदारनाथ धाम में फिर से पुनर्निर्माण ही नही बल्कि यूं कहें कि धाम को नए सिरे से सजाने संवारने का ड्रीम प्रोजेक्ट देख लिया था। गोपाल सिंह चौहान के सम्बंध में मुख्यमंत्री की सोच तब सच साबित हुई जब शासन ने उन्हें प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए इसके फेज प्रथम का कार्य उन्हें सौंपा। धुन के पक्के गोपाल सिंह चौहान रुद्रप्रयाग के ईमानदार जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व व निर्देशन में इस काम में जुटे तो ऐसे जुटे कि उन्होंने दिन देखा न रात। भयंकर बर्फबारी तक में उनकी देखरेख में यहां काम चलता रहा। ऑफ़ सीजन में गोपाल सिंह चौहान के यहां खुद मौजूद रहकर बर्फबारी के बीच काम कराए जाने की मीडिया और शोसल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। दो केदार यात्राओं को सकुशल सम्पन्न कराने वाले गोपाल सिंह चौहान की कुशल देखरेख में नवम्बर 2017 में शुरू हुआ पुनर्निर्माण फेज प्रथम का काम उल्लेखनीय रूप से तय समय में ही पूर्ण कर लिया गया। अभी वहां फेज दो का काम चल रहा है। उनकी देखरेख में मंदिर परिसर चौड़ीकरण के साथ ही मंदिर के सामने 50 फिट के रास्ते का निर्माण किया गया। मंदाकनी व सरस्वती नदी सुरक्षा दीवारों के साथ ही घाट के निर्माण,केदार से रामबाण रास्ता चौड़ीकरण,हाट बाजार निर्माण,भैरव मंदिर मार्ग चौड़ीकरण,सुरक्षा दीवार,रास्तों में लगभग सौ नई दुकानों का निर्माण,होस्टल के साथ ही पशु चिकित्सालय निर्माण,गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस का पुनर्निर्माण,साढ़े तीन किमी लम्बे केदार-गरुड़चट्टी मार्ग का 12 फिट चौड़ीकरण व रास्ता निर्माण आदि के कार्य सम्पन्न हुए। जिस लग्न व ईमानदारी के साथ गोपाल सिंह चौहान ने दिए गए टारगेट को पूरा किया,वह अपने आप में बेमिसाल है। उनके कर हर मैदान फतेह वाले जज्बे को शासन ने भी समझा,तभी उनका चयन मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरुस्कार के लिए किया गया,जो विगत 26 जनवरी को राजधानी देहरादून में हुए समारोह में राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्या व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें संयुक्त रूप से प्रदान किया। कुल मिलाकर विभिन्न विभागों में युवा व नवागन्तुक अफसरान या अन्य कर्मी गोपाल सिंह चौहान के रुड़की हो या केदारनाथ या अब हरिद्वार, काम करने के जज्बे से कर हर मैदान फतेह वाले गीत की तर्ज पर प्रेरणा ले सकते हैं।

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