रुड़की(संदीप तोमर)। यातायात व्यवस्था बिगड़ने और जाम लगने का तर्क देते हुए यातायात पुलिस द्वारा बंद किये गए हाइवे पर स्थित नगर के महत्वपूर्ण आजादनगर चौक को बंद कर दिए जाने का मामला एक बार फिर तूल पकड़ गया है। इस मामले में नगर निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रदेश उपाध्यक्ष मयंक गुप्ता का बयान आने के बाद हजारों लोगों को आस जगी है कि इस बंद चौक को खोलकर पुलिस प्रशासन उन्हें हो रही परेशानी से निजात देगा।
क्या है मामला?
दरअसल इस चौक से प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही तो बंद हालत में भी(सड़क पर लगाये गए दो कटों के जरिये)होती ही है। राजकीय इंटर कालेज,डीएवी डिग्री एवं इंटर कालेज भी इस चौक वाले मार्ग पर पड़ते हैं। बड़ी तादाद में छात्र छात्राओं का आना जाना हजारों राहगीरों के साथ इस चौक से होता था। लेकिन इस सबके बावजूद इस चौक को जाम लगने व यातायात व्यवस्था प्रभावित होने का तर्क देते हुए लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व बंद कर दिया गया था। तबसे हजारों लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। लोगों को राहत देने के लिए चौक से कुछ आगे दोनों और दो जगह सड़क में कट भी दिए गए,किन्तु इससे लोगों को राहत मिलने की बजाए उनकी दिक्कत और बढ़ गयी। यही नही इन स्थानों से आने जाने में प्रतिदिन छोटी दुर्घटनाएं तो होती ही है,किसी बड़ी दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है। लोगों ने इस मामले को लेकर यहां कई दिन धरना प्रदर्शन करते हुए आंदोलन भी किया,पर कोई नतीजा नही निकला।
मयंक गुप्ता के बयान से लोगों में जगी आस
इस चौक के कारण प्रभावित हजारों लोगों में अब नगर निवासी भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मयंक गुप्ता के बयान से आस जगी है। मेयर का चुनाव लड़ चुके मयंक गुप्ता पार्टी के कई बड़े छोटे नेताओं की खुली गद्दारी के कारण भले हार गए हों,लेकिन सरकार व संगठन में उनकी पकड़ जगजाहिर है। यही कारण है कि अब मयंक गुप्ता ने इस मामले को लेकर बयान दिया है तो प्रभावित लोगों में आस जगी है कि चौक जल्द खुल जायेगा।
क्या कहा है मयंक गुप्ता ने?
मयंक गुप्ता ने इस मसले को लेकर कहा है कि जिन तर्को को देते हुए इस अहम चौक को बंद किया गया है,वही स्थिति नगर में इस चौक से अलग हाइवे पर मौजूद 13 चौक या तिराहों की भी है। फिर उन्हें भी या तो इसी तरह बंद कर दिया जाना चाहिए या फिर जब वह खुले हैं तो यह चौक भी खुलना चाहिए। लोगों को आशा है कि मयंक गुप्ता इस बाबत प्रयास कर इस चौक को खुलवाएंगे और शहर के हजारों लोगों को राहत दिलाएंगे।