(संदीप तोमर)। देशव्यापी संकट में लगाए गए लॉकडाऊन के चलते घरों में कैद गरीबों,जरूरतमंदों व दूसरे राज्यों से आए मजदूरों की जहां समाजसेवी संस्थाए,पुलिस व अन्य लोग मदद कर रहे हैं वहीं इसी क्रम में शहर की प्रख्यात शैक्षणिक संस्था मोंटफॉर्ट स्कूल,रूडकी भी आगे आयी है। वह मजदूरी कर गुजर-बसर करने वाले लोगों तक पहुंचकर उनकी मदद कर रही है। इस कड़ी में मोंटफॉर्ट स्कूल के प्रधानाचार्य एल्बर्ट इब्राहिम व उप प्रधानाचार्य बीनू चैरियन ने बृहस्पतिवार को भंगेडी महावतपुर-जलालपुर के बीच में झुग्गी झोपडियों में रूके हुए कई दर्जन गरीब परिवारों को राशन व आवश्यक सामान मुहैया करवाया। ज्वाइंट मजिस्ट्रैट नमामी बंसल ने मोंटफोर्ट स्कूल प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के समृद्ध और राष्ट्रीय नागरिक,संस्थाऐं कोरोना आपदा में देश में मानवता की तन मन धन से सहयोग करें,किन्तु अनुशासन में और निर्देशित पूरे मानकों का पालन करते हुए।
विद्यालय के पदाधिकारियों को सूचना मिली थी कि आईआईटी रूडकी में निर्माण कार्य करने आई दूरदराज की करीब 70 लेबर( मजदूर )वहॉ रूके हुए हैं। निर्माण कार्य में मजदूरी करने वाले ये श्रमिक यहॉ रह रहे हैं और इनके पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा था। इनमें से कई मजदूर झारखंड,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ आदि प्रदेशो के है। लॉकडाऊन की वजह से ये मजदूर अपने मूल निवास भी नहीं जा पा रहे हैं।
आज मोंटफोर्ट के पदाधिकारीयों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रैट नमामी बंसल की मौजूदगी मे श्रमिको को चावल,आटा,दाल,आलू,
नमक आदि सामग्री 70लाभार्थियों को मुहैय्या करायी।इस अवसर पर समीर,भंगेडी के ग्राम प्रधान अब्दुल गफ्फार,जिला पंचायत सदस्य अरविंद कुमार भी मौजूद रहें।
रुड़की में फंसे मजदूरों की सहायता को आगे आयी मोंटफोर्ट संस्था,ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल की मौजूदगी में बांटी गई सहायतार्थ रसद
