मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की के वाणिज्य एवं व्यवसाय अध्ययन संकाय द्वारा दिनांक 19 सितम्बर 2025 को सेमिनार हॉल में “माइंड मैराथन 2025” प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 10 टीमों ने पंजीकरण कराया और उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मदरहुड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० (डॉ०) नरेंद्र शर्मा की पूर्व अनुमति से, माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के उपरांत किया गया।इस अवसर पर कुलपति महोदय ने भी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया और कहा कि माइंड मैराथन जैसे मंच छात्रों की प्रतिभा को निखारने और भविष्य में प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इस कार्यक्रम का संचालन बी.कॉम प्रथम वर्ष की छात्रा शृष्टि के द्वारा किया गया। प्रतियोगिता के नियम एवं विनियम आयोजन समिति के सदस्य श्री सचिन कुमार द्वारा विस्तारपूर्वक बताए गए। प्रतियोगिता को सुचारू रूप से चलाने का दायित्व मास्टर हर्षित कुमार (बीबीए द्वितीय वर्ष) एवं मेहक अंसारी (बी.कॉम द्वितीय वर्ष) पर रहा।
प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित की गई – प्रारंभिक चरण (Eliminator Round) तथा अंतिम चरण (Final Round) प्रश्न राजनीति, व्यवसाय, क्रिकेट, कंप्यूटर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा समसामयिक घटनाओं से संबंधित रखें गये थे । प्रारंभिक चरण में से कुल पाँच टीमों ने फाइनल में प्रवेश किया, जिसमें से शीर्ष तीन विजेता टीमों का चयन निर्णायक मंडल ने प्राप्तांक के आधार पर किया । निर्णायक मंडल में डा० नीता माहेश्वरी एवं डा. श्रीश श्रीवास्तव शामिल रहे।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे –
प्रथम स्थान पर बी.कॉम (ऑनर्स) द्वितीय वर्ष, वहीं द्वितीय स्थान बी.कॉम तृतीय वर्ष ने प्राप्त किया और तृतीय स्थान एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को मिला
प्रतियोगिता में उपस्थित सभी विद्यार्थियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई और कुछ प्रश्नों का उत्तर देकर कार्यक्रम में उत्साह और उमंग भर दिया।
कार्यक्रम के अंत में प्रो०(डॉ०) पी० के० अग्रवाल, अधिष्ठाता वाणिज्य एवं व्यवसाय अध्ययन संकाय ने विद्यार्थियों एवं आयोजन टीम को बधाई दी और उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ छात्रों की मानसिक क्षमता, समस्या समाधान और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होती हैं। माइंड मैराथन 2025 ज्ञान, उत्साह और ऊर्जा से भरपूर सफल आयोजन रहा, जिसने विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को और भी सशक्त किया।