मंगलौर पुलिस को परिजनों को तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। देर शाम यह बच्ची आम खेड़ी गांव में पुलिस को लावारिस हालत में मिली थी।मिलने के बाद यह बच्ची अपना और अपने परिजनों का नाम भी ठीक तरह से नहीं बता पा रही थी जिसके चलते पुलिस महिला कॉन्स्टेबल बच्ची से लगातार पूछताछ करने की कोशिश कर रहे थे ।बच्ची की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है।दरअसल मंगलौर कोतवाली पुलिस को 112 पर सूचना मिली थी कि आमखेड़ी गांव में एक लावारिस बच्ची घूम रही है सूचना
मिलते ही महिला कांस्टेबल मरजीना,कांस्टेबल आमिर खान,और कांस्टेबल किशन देव राणा अपनी चेतक बाइक से मौके पर पहुंचे थे और बच्ची को कोतवाली ले आए थे जिसके बाद पुलिस लगातार बच्ची के परिजनों की तलाश में जुटे थे मासूम के परिजन नन्हे लाल और माता गोल्डन ईंट भट्टे पर मजदूरी करते हैं। परिजन बच्ची को लेकर वापस लौट गए जो मूलरूप से बरेली के पास एक गांव के रहने वाले हैं