रिपोर्ट रुड़की हब
रुड़की।। ज्वालापुर क्षेत्र में सैनी आश्रम विवाद ने एक बार फिर बड़ा तूल पकड़ लिया है। पूर्व मंत्री रामसिंह सैनी समेत 26 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस की मानें तो इस विवाद में केवल जमीन-जायदाद का ही नहीं बल्कि करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितताएं भी सामने आई हैं।
जानकारी के अनुसार, आश्रम की संपत्ति और उसके खातों से जुड़े दस्तावेजों की जांच में कई गड़बड़ियां मिली हैं। आरोप है कि आश्रम की जमीन को फर्जीवाड़े के जरिए हड़पने की कोशिश की गई, वहीं दान और श्रद्धालुओं की ओर से मिलने वाले चढ़ावे का भी गलत इस्तेमाल हुआ। ऑडिट रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों ने मामले को और गंभीर बना दिया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2022 से लेकर अब तक आश्रम की संपत्ति और उसके प्रबंधन को लेकर कई बार शिकायतें दर्ज हुई थीं, लेकिन इस बार दस्तावेजों और गवाहों के आधार पर मामला सीधे मुकदमे तक पहुंचा। बताया जा रहा है कि केवल एक ही खाते से करीब 17 लाख रुपये संदिग्ध रूप से निकाले गए।
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी दुर्गेश सिंह रावत ने बताया कि इस मामले में रामसिंह सैनी के अलावा कई पूर्व पदाधिकारी और आश्रम के सेवादार शामिल हैं। मुकदमे में कई बड़े नामों का भी जिक्र है।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में भी रोष फैला दिया है। लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थल की आड़ में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। श्रद्धालुओं ने मांग की है कि पूरे आश्रम की आय-व्यय का पारदर्शी ऑडिट कराया जाए।
पुलिस ने साफ किया है कि इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। जांच तेज कर दी गई है और आने वाले दिनों में कई और खुलासे हो सकते हैं। फिलहाल सभी आरोपियों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।
यह मामला केवल एक आश्रम विवाद तक सीमित नहीं है बल्कि धार्मिक संस्थाओं की पारदर्शिता और जनता के विश्वास से जुड़ा हुआ है।
बड़ी खबर: सैनी आश्रम प्रकरण-पूर्व मंत्री राम सिंह सैनी व पूर्व अध्यक्ष आदेश सैनी सहित 26 लोगों पर गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज
