नितिन कुमार
सूर्योपासना के महापर्व मकर संक्रांति के अवसर पर अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ भारतवर्ष के 28 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के 500 से अधिक जनपदों एवं विश्व के 40 से अधिक देशों में एक साथ-एक समय में 51 लाख लोगों को सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराएगा।
इस कार्यक्रम को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से आयोजित कराने के लिए व्यापक स्तर पर योग में उच्च शिक्षा प्राप्त योग शिक्षकों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य व राज्य प्रभारी डॉ0 राजेश वर्मा ने बताया कि शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उन्नति हेतु ऋषियों के द्वारा किए गए योग मंथन से सूर्य नमस्कार का अविष्कार हुआ।
नए वर्ष में नए संकल्प के साथ शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने तथा मानसिक एवं आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए भारत सहित विश्व के कई देशों में एक साथ-एक समय में 51 लाख लोग इस योगमय कार्यक्रम का हिस्सा बनकर सूर्य नमस्कार का अभ्यास करेंगे।
राज्य सह प्रभारी व कार्यक्रम संयोजक दिनेश धीमान ने बताया कि इस कार्यक्रम का जनपद में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए आयोजन किया जाएगा।
साथ ही अन्य 06 स्थानों पर ऑफलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम संयोजक रितेश गुप्ता ने बताया कि महासंघ द्वारा निर्धारित सूर्य नमस्कार-प्रोटोकॉल का अभ्यास प्रतिभागियों को स्व-क्षमतानुसार करना होगा। वहीं आयोजन को करवाने वाले समस्त प्रतिभागियों को अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ की ओर से *ई-प्रशस्ति पत्र* तथा प्रतिभागियों को *ई-प्रतिभागिता प्रमाण पत्र* प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक मंडल से महिला प्रकोष्ठ जिला प्रभारी योगाचार्य प्रीति गर्ग, एथलीट शशिकांत, पतंजलि योग समिति जिला महिला मीडिया प्रभारी गीता कार्की, रुड़की दिव्य योग संस्थान से विकास चौधरी,पार्षद अमित प्रजापति, रोहित, अजय चौहान,शिखा,महक आदि उपस्थित रहे।