जेल स्टाफ में आतंक फैलाने को प्रवीण वाल्मीकि ने कराया था बंदी रक्षक पर हमला,ढाई हजार के इनामी शूटर साबिर समेत दो गिरफ्तार


रुड़की(संदीप तोमर)। विगत 17 अगस्त को रुड़की जेल के बंदी रक्षक प्रमेश चौहान पर हुई फायरिंग के मामले का गंगनहर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जैसा कि आशंका थी कि यह हमला जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि ने कराया है,ऐसा ही कुछ सामने आया है। चमोली जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि ने जेल के स्टाफ में अपना आतंक फैलाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिलाया था।
गंगनहर पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए प्रवीण वाल्मीकि के एक शूटर समेत दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें जहां शूटर ढाई हजार रुपये का इनामी है,वहीं वह जुलाई माह में ही रोडवेज परिचालक सुभाष कुमार पर फायरिंग कर हत्या का प्रयास करने के मामले में भी फरार चल रहा था।
इस बाबत आज कोतवाली गंगनहर में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्ण राज ने बताया कि 17 अगस्त को बंदी रक्षक पर विनय विशाल अस्पताल के समीप हुए जानलेवा हमले के मामले में शूटर के रूप में साबिर पुत्र आरिफ निवासी अहबाबनगर थाना रानीपुर का नाम सामने आया। साबिर इससे पूर्व 10 जुलाई को नन्दविहार कालोनी में रोडवेज परिचालक सुभाष कुमार पर फायरिंग के मामले में भी फरार चल रहा था और उस पर ढाई हजार का इनाम घोषित किया गया था। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में दूसरे आरोपी फरमान पुत्र स्व.शरीफ निवासी विष्णुलोक कालोनी अहबाबनगर को 13 जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जबकि इसी दिन प्रवीण वाल्मीकि के भतीजे मनीष उर्फ बोलर को मुज्जफरनगर की भौराकलां पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्ण राज ने बताया कि बंदी रक्षक पर फायरिंग मामले को जिला पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था। इसके लिए एसपी देहात नवनीत सिंह व सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट की देखरेख में गंगनहर पुलिस के साथ ही सीआईयू टीम को भी लगाया गया था। इन टीमों को संयुक्त सफलता आज सुबह लगभग साढ़े चार बजे तब मिली जब रुड़की जेल के समीप से साबिर के साथ ही सद्दाम पुत्र इकरार निवासी किरतपुर बिजनौर को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 2 तमंचे व 2 कारतूस के साथ ही वारदात में प्रयुक्त बाइक सुजुकी हयाते व 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए। बंदी रक्षक वाले मामले में सद्दाम बाइक चला रहा था,जबकि साबिर ने गोली चलाई थी। दोनों ने बताया कि चमोली जेल में बंद प्रवीण वाल्मीकि के लिए वह काम करते हैं प्रवीण वाल्मीकि जेल से वीडियो कॉल करके उन लोगों को आदेशित करता है कि किस पर हमला करना है। बंदी रक्षक पर हमले की वारदात को प्रवीण वाल्मीकि द्वारा जेल में अपना आतंक बढ़ाने के लिए अंजाम दिया गया था। जिससे जेल के स्टाफ में उसके नाम का भय व्याप्त हो सके इसलिए इस वारदात को कराया गया।
एसएसपी ने बताया कि साबिर के खिलाफ विभिन्न थानों में 15 व सद्दाम के खिलाफ 3 मामले दर्ज हैं। साबिर पर मंगलौर से हत्या का भी एक मामला चल रहा है। इस अहम खुलासे व गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है। उन्होंने बताया कि डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने ऐसे बदमाशों और माफ़िया की कमर तोड़ने के निर्देश दिए हैं। इस कड़ी में पुलिस तेजी से काम कर रही है।
पुलिस टीम को एसएसपी की ओर से ढाई हजार रुपये व आईजी गढ़वाल की ओर से 5 हजार का इनाम घोषित किया गया है। सीओ चंदन सिंह बिष्ट के निर्देशन वाली पुलिस टीम में गंगनहर कोतवाल राजेश शाह के साथ ही सीआईयू प्रभारी रविंद्र कुमार,उपनिरीक्षक नितेश शर्मा समेत 2 दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। प्रेस वार्ता में एसपी देहात नवनीत सिंह भी मौजूद रहे।

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