कांग्रेसी नेताओं की एकजुटता से नगर निगम की जीत हुई संभव, कांग्रेसी नेताओं ने इसे संविधान की जीत बताया

नितिन कुमार रुड़की हब


रुड़की, रुड़की नगर निगम चुनाव की उच्च न्यायालय में चल रही सरगर्मी 23 जुलाई को आए आदेश से समाप्त होने का संदेश लेकर आई। 24 जुलाई 2019 को उच्चतम न्यायालय के आदेश से उस पर अंतिम मुहर लग गई।

गौरतलब है कि रुड़की नगर निगम से पाडली-गुज्जर और रामपुर को नगर निगम क्षेत्र से निकालने एवं शामिल करने को लेकर विवाद चल रहा था जिस कारण से निकाय चुनाव 1 वर्ष से अधिक समय से लंबित थे। उच्च न्यायालय में सेलाकुई के संबंध में याचिका संख्या WPMS 3715/2018, 3793/2018, 3770/2018, 3870/2018, 121/2019 आदि उच्च न्यायालय में आदेश हेतु लंबित थी जो पूर्व मेयर यशपाल राणा, पिरान कलियर विधायक फुरकान अहमद, रियाज कुरैशी आसफ नगर के रामकुमार एवं अन्य याचिका सेलाकुई नगरपालिका के संबंध में थी। उक्त सभी आदेश लंबित होने के कारण रुड़की नगर निगम का चुनाव संभव नहीं हो पा रहा था।

इसके उपरांत 22 मई को कांग्रेस नेता आशीष सैनी द्वारा एक जनहित याचिका WPPIL संख्या 63/2019 22 मई 2019 को उच्च न्यायालय नैनीताल में दाखिल हुई जिसकी सुनवाई के अनुक्रम में उपरोक्त सभी याचिकाएं उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा सुनवाई के लिए जनहित याचिका में शामिल कर ली गई।

23 जुलाई 2019 को आए उच्च न्यायालय के आदेश में रुड़की नगर निगम में कांग्रेसी नेताओं की जीत हुई और भाजपा सरकार को हार का मुंह देखना पड़ा।

काग्रेस नेताओं की संयुक्त लड़ाई से नगर निगम कि यह जीत संभव हो सके। आमतौर पर गुटों में दिखाई देने वाले कांग्रेसी सत्ता के खिलाफ लड़ाई में कैसे एकजुट हो जाते हैं यह इसका एक उदाहरण है।

इससे पूर्व यशपाल राणा व भाजपा पार्षद चंद्र प्रकाश बाटा के झगड़े में कांग्रेसियों का एकजुट हो जाना भाजपा को भारी पड़ा था। आगामी घटनाक्रम में भाजपा को कांग्रेस को हल्के में लेना चुनाव में भी भारी पड़ता दिखाई दिया। क्योंकि श्रीनगर और बाजपुर नगरपालिका की जीत भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार की सत्ता में नमक छिड़कती हुई दिखाई दी।

पिरान कलियर विधायक फुरकान अहमद, कांग्रेस नेता आशीष सैनी, पूर्व मेयर यशपाल राणा, रियाज कुरेशी ने इस जीत को संविधान की जीत बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनता भाजपा से त्रस्त होकर कांग्रेस के नेतृत्व में ही अपना विश्वास जताया कि ऐसा उनका विश्वास है।

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