चौ.कुलवीर सिंह बोले-असली राजाओं की नही होती प्रणव जैसी ओछी हरकतें,जानिए चैम्पियन और कर्णवाल के बारे में और क्या बोला…..
रुड़की(संदीप तोमर)। असली राजा दस बीस भाड़े के लोगों को साथ लेकर यहां वहां गाड़ी के सायरन बजाते हुए नही घूमते, न ही सड़क चलते कोई सीधा सादा युवक गाड़ी लेकर आगे निकल जाए तो उसकी पिटाई करते हैं। असली राजा वह नही होते जो कहीं भी छाती हिलाकर अपना मजाक बनवा लेते हैं। यह सब ओछी हरकतें कोई नकली राजा ही कर सकता है। यह विचार आज वरिष्ठ भाजपा नेता चौ.कुलवीर सिंह ने खानपुर भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन के डीएनए पर सवाल खड़े करते हुए उनकी बाबत व्यक्त किये। राजनीति में भद्र पुरुष के नाम से पहचाने जाने वाले चौ.कुलवीर सिंह अपने बारे में चैम्पियन के बयान को लेकर किस हद तक आहत हुए हैं इसका अंदाजा उपरोक्त शब्दों के साथ ही इन शब्दों से भी लगाया जा सकता है कि उन्होंने शायद जीवन में पहली बार भद्रता का अपना आवरण तोड़ते हुए बगैर किसी का नाम लिए कहा कि-वह आदत से परेशान कुत्ते की टांग तोड़ना जानते हैं।
झबरेड़ा भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल और खानपुर भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन के बीच चल रही जुबानी जंग में चैम्पियन द्वारा चौ.कुलवीर सिंह पर निशाने साधे जाने और उन्हें वीरान मजार तक बताए जाने के बाद आज चौ.कुलवीर सिंह ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत इस जंग में चैम्पियन पर पलटवार करते हुए एंट्री ली और दोनों विधायको की जुबानी जंग के पीछे लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी डा.निशंक के खिलाफ काम करने की राजनीति का इशारा किया।
आज एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में चौधरी कुलवीर सिंह ने दोनों विधायको की चल रही जुबानी जंग की निंदा की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उनका नाम कैसे बीच मे आया। इसके लिए दोनों विधायकों को बराबर जिम्मेदार ठहराया। वहीं कर्णवाल को लेकर उनके मन की बात भी मीडिया के सामने चौधरी कुलवीर ने रखी। इस दौरान उन्होंने चैम्पियन के बारे में कहा कि उनमें राजा का डीएनए नही है।
चौ. कुलवीर सिंह ने कहा कि चैम्पियन द्वारा प्रवासी बताए जाने के बाद निशंक ने फ़ोन कर उनसे समर्थन मांगा था। इसके बाद उन्होंने निशंक के समर्थन में पत्रकार वार्ता कर चैम्पियन की बात का विरोध किया था। चौ. कुलवीर सिंह के अनुसार इस पत्रकार वार्ता को करने के लिए देशराज कर्णवाल ने उन्हें मना किया था। चौधरी कुलवीर ने आरोप लगाया कि होली के समय झबरेड़ा विधायक एक ऐसे व्यक्ति के घर आये जो माफिया है और उसके आवास पर चौधरी यशवीर को पार्टी ज्वाइन करवाने पर सहमति बनी। लेकिन उस समय मेरी सहमति न मिल पाने के कारण चौधरी यशवीर की एंट्री भाजपा में नही हो पाई। उन्होंने कहा कि तब से उनके और झबरेड़ा विधायक के बीच दूरी बढ़ गयी। वही उन्होंने यह भी कहा कि झबरेड़ा विधायक ने गृह मंत्री राजनाथ की सभा करवाने से इनकार कर दिया था, लेकिन हमने वह सफल सभा अपने दम पर की। उन्होंने आशंका जताई कि दोनों विधायकों द्वारा आपसी सहमति से इस बयानबाजी को किया जा रहा है। उपरोक्त बातों के इशारे से उन्होंने प्रेस से ही सवाल किया कि क्या यह सब लोकसभा चुनाव में पार्टी को कमजोर करने का इशारा नही करता। इसके साथ ही चैम्पियन को लेकर उन्होंने कहा कि वह उनकी बाबत अभद्र बयानबाजी कर रहे हैं और अपनी मर्यादा भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी मर्यादा नही भूल सकते। उन्होंने कहा कि मुझे वीरान मजार कहने वाले को पहले यह देखना चाहिए कि मैंने जो भी चुनाव लड़े वह विपरीत हवा में लड़े व आज तक अपने बल पर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि वह चैम्पियन के क्षेत्र से जीत कर आया हैं जो हार मिली थी वह लंढौरा क्षेत्र में आकर मिली। उन्होंने कहा चुनाव की हार जीत से ज्यादा परफॉर्मेंस मायने रखती है। उन्होंने कहा कि चैम्पियन 2017 में कांग्रेस से चुनाव लड़ते तो इसका अंदाजा उन्हें लग जाता कि विपरीत हवा में चुनाव लड़ना क्या होता है। चैम्पियन के राजा वाले बयान पर उन्होंने कहा इस देश मे 596 रियासत थी, लेकिन उसमें लंढौरा रियासत का कोई नाम ही नही था। उन्होंने कहा लंढौरा से 400 वर्ष ज्यादा पुराना इतिहास झबरेड़ा का है। उन्होंने यह भी कहा कि लंढौरा की रानी प्रणव के दादा बलवंत सिंह को सहारनपुर के जंधेड़ा से लाई थी। वह इस परिवार के नही थे। उन्होंने कहा लंढौरा को रियासत कहकर समाज को भृमित किया जा रहा है। लंढौरा झबरेड़ा का ही हिस्सा था। उन्होंने कहा कि हम स्वयं को राजा नही बताते हम अपने आपको आम आदमी ही बताते है और आम आदमी जैसा जीवन जीते है। लेकिन प्रणव अपने आपको राजा बताते है और राह चलते लोगों को परेशान करते हैं। उन्होंने कहा यह इसलिए है कि उनमें झबरेड़ा का डीएनए है ही नही। उन्होंने बगैर नाम लिए कहा कि हम आदत से परेशान कुत्ते की टांग तोड़ना जानते हैं।पत्रकार वार्ता में पूर्व डीसीबी चैयरमैन चौधरी प्रह्लाद सिंह, बिजेंद्र चौधरी, पूर्व डीसीबी चैयरमैन सुशील चौधरी, प्रमोद चौधरी, मांगेराम चैयरमैन, चौ. कुलवीर सिंह के पुत्र व झबरेड़ा नगर पंचायत चैयरमैन चौधरी मानवेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
यशवीर से मतभेद हैं मनभेद नही….
उन्होंने कहा कि मेरे बड़े भाई और मुझमें सिर्फ सोच का अंतर है। मैं उनका सम्मान करता हूँ। उन्होंने कहा कि हम अलग अलग दलों से चुनाव लड़े। कुलवीर ने कहा कि हमारी सिर्फ कार्यशैली में अंतर है। वह भाजपा में आये अच्छी बात है,किन्तु उनके साथ डा.जोध सिंह वर्मा जैसे वह लोग भी देशराज कर्णवाल और चैम्पियन पार्टी में ले आएं हैं जो कभी भाजपा के नही हुए। उनके भाजपा में रहते झबरेड़ा में पार्टी की क्या हालत थी,सबको पता है।
चैम्पियन को चेतावनी…
उन्होंने कहा कर्णवाल को कुश्ती लड़ने की चेतावनी देने के बाद वह अखाड़े पहुंचे तो दस आदमी थे। उन्होंने कहा कि मैं चेतावनी देता हूँ कि बिना घर से निकले फोन पर उनसे ज्यादा आदमी इकट्ठे कर सकता हूँ। उन्होंने कहा मुझे वीरान मजार कह रहे हैं,जबकि असली राजघराना झबरेड़ा का उनका परिवार ही है। उन्होंने इस बाबत कुछ कागजात भी पत्रकारों को दिए।
भाजपा के नुकसान की चिंता..
अंत मे उन्होंने यह भी कहा दो विधायकों की लड़ाई से पार्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने उस समय पर पार्टी का दामन थामा जब पार्टी झबरेड़ा में कमजोर थी। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में हमने पार्टी को मजबूती दी।
देशराज को बताया फेसबुक नेता..
उन्होंने कहा कि नेता कई किस्म के होते हैं और देशराज फेसबुक नेता हैं। जिनका काम केवल सेल्फियां लेकर फेसबुक पर डालना है।
काजी मोहियूद्दीन को किया याद
चौ.कुलवीर सिंह ने मंगलौर विधायक काजी मोहियद्दीन को याद करते हुए कहा कि वह तीन चुनाव उनके सामने लड़े। किन्तु बड़े काजी सदैव सम्मान के साथ उनसे मिलते थे। उस दौर कभी इतनी गिरी हुई राजनीति नही हुई। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं को धर्म निरपेक्ष व्यक्ति करार देते हुए कहा कि उनके पुत्र भाजपा से चुनाव लड़े, किन्तु मुस्लिम वर्ग ने भी उनका साथ दिया।