गृह विज्ञान विभाग द्वारा विकास कार्यक्रम सर्वेक्षण के तहत छात्राओं ने किया ग्राम रायसी में सर्वेक्षण


रिपोर्ट रुड़की हब
खानपुर।।गृह विज्ञान विभाग के द्वारा विकास संबधी जागरूकता अभियान के तहत रायसी गाँव का भ्रम हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज में आज गृह विज्ञान विभाग द्वारा विकास कार्यक्रम सर्वेक्षण के लिए छात्राओं ने वार्ड नंबर 8 और 9 ग्राम रायसी में सर्वेक्षण किया जिसमें छात्राओं ने ग्रामीण परिवारों से विकास कार्यक्रम योजनाओं की जानकारी प्राप्त कीजिसमें छात्राओं को परिवारों की आर्थिक स्थिति व विकास कार्यक्रम योजनाओं की सफलता असफलता के भी जानकारी प्राप्त हुई


महाविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. के.पी. सिंह ने कहा कि इस तरह छात्र- छात्राओं को फील्ड स्टडी कराने से उनके अन्दर नयी उर्जा पैदा होती हैं | महाविद्यालय के सचिव डॉ. हर्ष कुमार दौलत ने कहा कि आज हमे नयी शिक्षा व्यवस्था के तहत कार्य को करना होगा तभी नयी भूमिका में विद्यारती सामने आ सकते हैं | महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. राजेश पालीवाल ने कहा कि भारत में गृह विज्ञान विषय का विकास

(प्रादुर्भाव) 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में हुआ। सन् 1920 से 1940 में ब्रिटिश शासन काल में ही स्कूलों एवं कुछ कॉलेजों में गृह शिल्प , घरेलू विज्ञान, घरेलू अर्थव्यवस्था आदि नामों से इस विषय को पढ़ाया जाने लगा। प्रो. पालीवाल ने कहा कि किसी भी देश की उन्नति तभी होती हैं जब वहां की जनता का रहन-सहन शिक्षा, और स्वास्थ्य का स्तर ऊँचा हो | गृह विज्ञान की श्रीमती अंजू ने कहा कि गृह विज्ञान का उद्देश्य नित्य परिवर्तनशील समाज में घर, सामाजिक तथा पारिवारिक जीवन के कल्याण और स्वास्थ्य को बनाए रखना है। गृह प्रबंधन के लिए कौशल एवं वैज्ञानिक ज्ञान अपेक्षित होता है जो मात्र घर के कार्यकलापों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह एक चुनौतीपूर्ण व्यवसाय का आधार भी बनता है।सर्वेक्षण करने काली छात्राओं में वाली छात्राओं में तनु दीपांशी परमार साक्षी प्रियंका शगुन काजल पल्लवी प्रिंसी सुजाता संजना रश्मि नैंसी आरजू शिवा आदि छात्राएं मौजूद रही |

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