रुड़की(संदीप तोमर)। नगर के चिकित्सक जेएम भटनागर,उनकी पत्नी डा.संध्या भटनागर व टैक्निशियन के खिलाफ इलाज में लापरवाही समेत कई आरोप लगाते हुए दर्ज कराए गये मामले को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। कोर्ट ने आरोप निराधार पाये हैं।
नगर निवासी व्यक्ति ने वर्ष 2016 से 2018 तक लगभग डेढ़ वर्ष भटनागर नर्सिंग होम में अपनी पुत्री की डायलिसिस करवाई। इसके बाद युवती की डायलिसिस दूसरे अस्पताल में कराई गई। यहां लगभग डेढ़ महीने पश्चात उसके फिशचुला में मवाद बन गया। युवती के पिता ने डा.भटनागर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाने के साथ ही डायलिसिस के लिए अधिकृत न होने का आरोप भी लगाया था। उन्होंने इस मामले में डा.जेएम भटनागर,उनकी पत्नी डा.संध्या भटनागर व टैक्निशियन हंस कुमार के खिलाफ कोतवाली गंगनहर में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी हंस कुमार ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट नैनीताल की शरण ली थी।हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस और मैडिकल एक्सपर्ट पैनल द्वारा मामले की विस्तृत जांच करते हुए रिपोर्ट हाईकोर्ट को दी गयी। हाईकोर्ट ने आरोपों को निराधार पाते हुए मामले को खारिज कर दिया है।