काम पर संतुलन बैठाने में फेल रुड़की सीएमएस ने फिर कर डाली ये हरकत,बाद में मांगी माफी….

रुड़की(संदीप तोमर)। कहते है जब अपने काम पर इंसान संतुलन न बैठा पाए तो इसका गुस्सा दूसरों पर उतारने लगता है ऐसा ही आज सिविल अस्पताल रुड़की में हुआ।
अपने खराब व्यवहार के लिए पहचाने जाने वाले सीएमएस आज एक फोटो पत्रकार से अभद्र व्यवहार कर बैठे। गुसस्याएँ पत्रकारों ने सीएमएस कार्यालय के बाहर धरना दे दिया। समर्थन में आये भाजपा एवं व्यापार मंडल के कार्यकर्ताओं ने भी सीएमएस को खरी खोटी सुनाई। अंत मे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के हस्तक्षेप के बाद सीएमएस ने पत्रकारों से माफी मांगी और भविष्य में ऐसा व्यवहार न करने का आश्वासन दिया, इसके बाद मामला शांत हुआ।


आज सुबह आठ बजे से मरीज अस्पताल की व्यवस्थाओं से परेशान थे इसकी सूचना पत्रकारों को मिली एक समाचार पत्र के फोटो पत्रकार दीपक अरोड़ा कवरेज के लिए अस्पताल पहुंच गए। वह अपने कैमरे से कवरेज कर रहे थे तभी सीएमएस डीके चक्रपाणी वहां आये और बोले कि फ़ोटो खींचने की इजाजत किससे ली यह अस्पताल मेरी सम्पत्त्ति है और यहां मेरी मर्जी के बिना कोई कुछ नही कर सकता। फ़ोटो पत्रकार ने अपने काम करने का हवाला दिया तो सीएमएस अपनी पुरानी शैली यानी अभद्रता पर उतर आए। और बदतमीजी करते हुए मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी दे डाली। मौके पर खड़े कुछ मरीज भी पत्रकार के समर्थन में बोले तो सीएमएस ने पुलिस को बुला लिया। घटना की जानकारी मिलते ही नगर के अन्य मीडिया कर्मी भी अस्पताल पहुंच गए। गुसस्याएँ पत्रकारों ने सीएमएस कक्ष के बाहर धरना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी पाकर भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील साहनी, पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजय अरोड़ा, नगर माहामंत्री अभिषेक चंद्रा,राकेश गर्ग, व्यापारी नेता नवीन गुलाटी, अरविंद कश्यप, प्रवीण मेहंदीरत्ता, सौरभ गोयल आदि भी पत्रकारों के समर्थन में अस्पताल पहुंचे। सभी ने सीएमएस को खरी खोटी सुनाई। जानकारी के बाद मौके पर पंहुंची ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और इंस्पेक्टर गंगनहर ने दोनो पक्षो से वार्ता की। बाद में सीएमएस ने फ़ोटो पत्रकार से अपने किये की माफी मांगी और भविष्य में ऐसा न करने का आश्वासन दिया।

जनप्रतिनिधि बोले कि हो तबादला….

सिविल अस्पताल के सीएमएस के व्यवहार से मरीज और आमजन ही नही जनप्रतिनिधि भी परेशान है। प्रांतीय उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष अरविंद कश्यप का कहना है कि यह शिक्षा नगरी है और यहाँ के लोग सभ्य और सौम्य व्यवहार के अधिकारियों को ही पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्यवहार करने वाले अधिकारियों को शिक्षा नगरी में रहने का हक नही इनका यहां से तबादला होना चाहिए। कांग्रेस नेता बिट्टू शर्मा ने कहा कि अगर अधिकारियों का व्यवहार ऐसा रहा तो इसके खिलाफ आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेंगे।

विवादों से सीएमएस का पुराना नाता….


सीएमएस डीके चक्रपाणी का विवादों से पुराना नाता है। करीब दस वर्ष पूर्व जब यह रुड़की ब्लॉक में तैनात थे तब भी एएनएम और आशाओं ने इनके खिलाफ धरना दिया था बाद में जब इनकी अभद्रता नही रुकी तो परेशान होकर उन्होंने जुते चपल्लों से इनकी धुनाई कर डाली। इसके कुछ दिन बाद सिविल लाइन डाकघर में चक्रपाणी एक अधिवक्ता से अभद्र व्यवहार कर बैठे फिर कुछ अधिवक्ताओं ने इनकी धुनाई की और सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाकर चक्रपाणी को जेल भिजवाया। बाद में इनका तबादला यहां से कर दिया गया। अब करीब एक वर्ष पूर्व रुड़की सिविल अस्पताल में सीएमएस की पोस्ट पर आए चक्रपाणी का व्यवहार अब भी नही सुधरा है। पत्रकारों को उनके काम के लिए रोकना इनके लिए आम है। कुछ दिनों पहले एक मरीज के तीमारदार ने सीएमएस पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही अस्पताल का स्टाफ भी दबी आवाज में सीएमएस के उत्पीड़न की बात कहता रहता है।

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