चन्द्रशेखर रावण ने कहा देश में डर का माहौल दलित और मुस्लिम समाज पर हो रहा अत्याचार


नितिन कुमार
रुड़की।दलित और मुस्लिमों को अपने अधिकार पाने के लिए जागरूक होकर संघर्ष करना पड़ेगा।देश के रखवाले अपनी सत्ता की खातिर यहां की जनता को जात-पात,मंदिर-मस्जिद तथा हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लडवाकर सत्ता में बने रहना चाहते हैं।उक्त् उद्गार भीम आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर रावण ने रामपुर चुंगी स्थित भारत एकता मिशन के अंतर्गत आयोजित ईद मिलन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि ईद का त्यौहार खुशियों और प्यार-मोहब्बत का त्यौहार है।इस वर्ष की भांति अगले वर्ष भी यह त्यौहार खुशियां ही खुशियां लेकर आए।उन्होंने कहा कि आज देश में डर का माहौल पैदा किया जा रहा है। दलित और मुस्लिमों पर कभी धर्म के नाम पर तो कभी गाय के नाम पर अत्याचार किए जा रहे हैं तथा वतन के रखवाले सत्ता में बने रहने के लिए मूकदर्शक बने रहकर देश की गंगा जमुनी तहजीब को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस देश में रहकर डर कर जीना हमारे अधिकारों का हनन है और दलित-मुस्लिमों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अब जागरूक होना पड़ेगा।बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सहित सभी बहुजन महापुरुषों ने भारत की लोकतांत्रिक परंपरा को जिंदा रखा है तथा

उन्होंने सभी को स्वतंत्र रहकर जीने का अधिकार दिया है।विभिन्न जाति-धर्म के लोग यहां हमेशा से मिलजुल कर रहते आए हैं तथा एक दूसरों के त्यौहार ही नहीं बल्कि ब्याह- शादियों में भी हमेशा से ही अपना सहयोग करते रहे हैं।यह देश आपका है और इस देश में जीने के लिए आपको अपने मन से डर निकालना ही होगा।उन्होंने कहा कि अब इंसान से नहीं बल्कि बुराई और जुल्मों से डरने की जरूरत है।अगर आप अपने मुल्क में दहशत में रहोगे तो क्या पड़ोस के किसी मुल्क में जाकर आप शांति से रहोगे।रावण ने कहा कि जब तक दबे-कुचले समाज के लोग शिक्षित बन कर उच्च पदों पर नहीं पहुंचते तब तक उनका शोषण किया जाता रहेगा।आज आवश्यकता है कि दलित-मुस्लिम मिलकर एक नए भारत का निर्माण करें और धर्म- जाति की राजनीति करने वालों को मुंह तोड़ जवाब दें।उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि यदि मुसलमान कुरान शरीफ के आदर्शों का पालन करने लगे तो दुनिया की कोई ताकत उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। उन्होंने कुरान शरीफ का अध्ययन करने के बाद यह पाया है कि इस्लाम धर्म दया,हमदर्दी, एकता,भाईचारा और आपस में मिलजुल कर रहने का संदेश देता है।उन्होंने जोर देकर कहा कि सत्ता में जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी ही भाग्यदारी होगी तो यह देश एक बार फिर से सोने की चिड़िया बन सकता है।राजनीतिक दल नहीं चाहते की देश के युवा बेरोजगार अपना हक मांगे बल्कि उन्हें धार्मिक झगड़ों में नेतागण उलझा कर रखना चाहते हैं।अब समय आ गया है कि देश के दबे-कुचले एवं शोषित वर्ग के लोग सामाजिक रूप से एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ें। इससे पूर्व भीम आर्मी संस्थापक अध्यक्ष का ईद मिलन कार्यक्रम में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया तथा उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन संविधान निर्माता एवं भारत रत्न बाबा भीमराव अंबेडकर तथा पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।सैयद नफीस उल हसन ने कौमी एकता पर आधारित तराना पेश किया।इस अवसर पर भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह.जिला अध्यक्ष प्रमोद महाजन,प्रवक्ता दीपक सेठपुर,खुरशीद हसन, अमरीश कपिल,महासचिव विकास रवि,मनजीत पीतपुर,रवि तेजपाल,हाफिज इमरान,मिथुन नौटियाल,हसन अली,मिथुन नौटियाल,नवाब उर्फ बिल्लू, आशीष कुमार,राजेंद्र लांबा, मोहनदास,एड.बी.डी. कर्नवाल तथा अंजुम गौड आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।अंत में कार्यक्रम संयोजक परवेज सुल्तान ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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