(खोल दूं पोल-निगम चुनाव) …या तो अजय भट्ट बोल रहे थे,वाह बाटा-वाह बाटा,पर अचानक से खा गए घाटा,जानिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की प्रेस वार्ता का दिलचस्प घटनाक्रम

रुड़़की(संदीप तोमर)। भाजपा से बगावत कर मेयर पद पर चुनाव में खड़े होने वाले पूर्व पार्षद चन्द्र प्रकाश बाटा द्वारा पार्टी नेताओं द्वारा मना लिये जाने पर मेयर पद पर बैठ जाने को एक अच्छे और सच्चे कार्यकर्ता का उदाहरण देते हुए सांसद एवं पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अजय भट्ट ने चन्द्र प्रकाश बाटा की जमकर तारीफ की और उन्हें 24 कैरेट खरे सोने जैसा भाजपा कार्यकर्ता बताया। लेकिन जब रुड़की हब ने चन्द्र प्रकाश बाटा के मेयर पद पर बैठ जाने के बावजूद दो वार्डो में पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के सामने अपनी पत्नी समेत खडे होने की जानकारी देते हुए चन्द्र प्रकाश बाटा को 24 की बजाय 12 कैरेट का मान लिये जाने की बात करते हुए अजय भट्ट से सवाल किया तो अजय भट्ट बगले झांकने लगे। पूरे मामले से अनभिज्ञ अजय भट्ट ने तुरन्त बगल में मौजूद मेयर प्रत्याशी मयंक गुप्ता से कानाफूसी की और यह कहते हुए कि इस बारे में बातचीत चल रही है,कोई स्पष्ट जवाब दिये बिना सवाल को टाल दिया।

यहां ध्यान रहे कि चन्द्र प्रकाश बाटा मेयर पद का चुनाव लड़ने से तो भाजपा के पक्ष में पीछे हट गये हैं। जबकि वार्ड 31 में वह भाजपा पार्षद प्रत्याशी पूर्व सभासद राकेश धीमान के सामने खुद तथा वार्ड 32 में भाजपा पार्षद प्रत्याशी पूर्व पार्षद दिनेश शर्मा के सामने चन्द्र प्रकाश बाटा की पत्नी सीमा वर्मा चुनाव लड़ रही हैं। यह मामला भाजपा के गले की फांस बना हुआ है। भाजपा के दोनों घोषित प्रत्याशियों में से एक राकेश धीमान की बिरादरी धीमान समाज व दूसरे प्रत्याशी दिनेश शर्मा की बिरादरी ब्राहमण वर्ग को रुड़की में पार्टी का परम्परागत मतदाता समझा जाता है। यही कारण है कि पार्टी इस मामले में अभी तक कोई निर्णय नही ले पाई है। या यूं कहें कि पार्टी ने दोनो वार्डो को उनके हाल पर छोड़ दिया है। खैर आज इस मसले की पूरी जानकारी ना होने पर चन्द्र प्रकाश बाटा को 24 कैरेट सोने जैसा कार्यकर्ता बताते हुए उन्हें भविष्य में सम्मानित करने की बात कहने के कुछ देर बाद जब सवाल के रुप में मामला अजय भट्ट की जानकारी में आया तो जवाब के रुप में वह बगले झांकने को मजबूर हो गये। उनसे पूछा गया था कि मेयर पद पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में पीछे हटने को लेकर यदि वह बाटा को सम्मानित करेंगे तो पार्षद पद पर दो वार्डों में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ लड़ने को वह बाटा को सम्मानित करेंगे या कुछ और ? खैर इस घटनाक्रम के बाद भाजपा के पार्षद पद के प्रत्याशियों में बहुत सुगबुगाहट है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *