जहाँ गरीबो को नही मिल रहा दो वक्त का निवाला आखिरकार कर्फ्यू के दौरान खुल रही मधुशाला।

सनत शर्मा बहादराबाद

बहादराबाद क्षेत्र में कर्फ्यू के चलते रविवार को देशी व अंग्रेजी शराब के ठेके खुले रहे और अंग्रेजी कैंटीन पर भी जमकर भीड़ इकट्ठा होकर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते दिखे लोग जहाँ पर गरीबों को

नहीं मिल रहा दो वक्त का निवाला आखिरकार क्यों खोली गई कर्फ्यू के दौरान मधुशाला। यानी गरीब को दो वक्त की रोटी के लिए रोज कमाना रोज खाना होता है और ऐसे में कर्फ्यू लग जाए तो क्या होता है।

कर्फ्यू के दौरान उन गरीबों से पूछिए जो आज रविवार कर्फ्यू की भेंट चढ़ गए दो वक्त की रोटी के लिए जूझ रहे वह मजदूर वह पल्लेदार उनके घर के खाने को कुछ नहीं है लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदेश के मुखिया और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक आवाज पर चुप्पी साध ली वही आबकारी विभाग रेवेन्यू इकठ्ठा करने के लिए शराब की दुकान खोले हुए हैं आपको बता दें कि आज हरिद्वार में उत्तराखंड सरकार द्वारा रविवार को पूरे उत्तराखंड में दिन का कोविड कर्फ्यू लगाया गया ।हरिद्वार के बाजार में ज्यादातर दुकानें बंद रही। आवश्यक वस्तु दूध-दही, मेडिकल स्टोर ,सब्जी बाजार व फल आदि की दुकानें खुली रही। कहीं-कहीं किराना व चाये की दुकानें खुली रही। चौराहों पर पुलिस का बंदोबस्त रहा। मिली जानकारी के अनुसार चौराहों पर बिना मास्क लगाए जाने पर पुलिस द्वारा युवकों व नागरिकों को पकड़ कर उनको माक्स लगवाकर छोडा़ गया।व आगे मास्क न लगाने पर दन्ड देने की चेतावनी दी गई। हरिद्वार पंचपुरी व ग्रामीण में भी अधिकतर दुकानें बंद रही। हरिद्वार का दिल हर की पैड़ी, मोती बाजार,अपर रोड,बडा़ बाजार, सब्जी मंडी, विष्णु घाट व जोधा मल रोड भी पूरी तरह से बंद रहा।लोगों की आवा-जाही भी ना के बराबर रही । लक्सर रुड़की में से लगातार फोन के माध्यम से लोगो द्वारा सूचना मिलती रही कि ये शराब की दुकानें क्यों खुली हैं रविवार को कर्फ्यू की घोषणा पर स्कूटर, थ्री व्हीलर व गाड़ी भी कम मात्रा में सड़क पर दौड़ती नजर आई। पूर्ण रुप से बंद कहा जाए तो ऐसा देखने को नहीं मिला कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण नागरिकों में भय बना हुआ था।उन्होंने इस कारण घर पर रहना ही बेहतर समझा। कहने का तातपर्य यही की गरीब की सुनने वाला कोई नही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *