आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव यूथ ब्रिगेड समीर आलम के निजी आवास पर राम मनोहर लोहिया जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

रिपोर्ट रुड़की हब

रुड़की।आज 12 अक्टूबर 2021 को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव यूथ ब्रिगेड समीर आलम के निजी आवास पर राम मनोहर लोहिया जी की पुण्यतिथि पर एक सभा आयोजित की गई जिस्म

बोलते हुए समीर आलम ने सर्वप्रथम तो राम मनोहर लोहिया जी की पुण्यतिथि पर उन्हें अपनी तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए और उनके फोटो पर पुष्प अर्पित करते हुए उनको नमन करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला समीर आलम ने कहा कि श्री राम मनोहर लोहिया परिवर्तन के एक बेहतरीन आंदोलनकारी थे आगे उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए समीर आलम ने कहा कि
स्वतंत्र भारत की राजनीति और चिंतन धारा पर जिन गिने-चुने लोगों के व्यक्तित्व का गहरा असर हुआ है, उनमें डॉ. राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण प्रमुख रहे हैं। भारत के स्वतंत्रता युद्ध के आखिरी दौर में दोनों की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण रही है।

देश की राजनीति में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान और स्वतंत्रता के बाद ऐसे कई नेता हुए जिन्होंने अपने दम पर शासन का रुख बदल दिया जिनमें से एक थे राममनोहर लोहिया।

अगर जयप्रकाश नारायण ने देश की राजनीति को स्वतंत्रता के बाद बदला तो वहीं राम मनोहर लोहिया ने देश की राजनीति में भावी बदलाव की बयार आजादी से पहले ही ला दी थी। अपनी प्रखर देशभक्ति और तेजस्‍वी समाजवादी विचारों के कारण वह अपने समर्थकों के साथ ही अपने विरोधियों के मध्‍य भी अपार सम्मान हासिल किया।

राम मनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को फैजाबाद में हुआ था। उनके पिताजी हीरालाल पेशे से अध्यापक व हृदय से सच्चे राष्ट्रभक्त थे। उनके पिताजी गांधीजी के अनुयायी थे। जब वे गांधीजी से मिलने जाते तो राम मनोहर को भी अपने साथ ले जाया करते थे।

इसके कारण गांधीजी के विराट व्यक्तित्व का उन पर गहरा असर हुआ। पिताजी के साथ 1918 में अहमदाबाद कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार शामिल हुए। बनारस से इंटरमीडिएट और कोलकता से स्नातक तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने उच्‍च शिक्षा के लिए लंदन के स्‍थान पर बर्लिन का चुनाव किया था।

वहीं जाकर उन्होंने मात्र तीन माह में जर्मन भाषा पर अपनी मजबूत पकड़ बनाकर अपने प्रोफेसर जोम्‍बार्ट को चकित कर दिया। उन्होंने अर्थशास्‍त्र में डॉक्‍टरेट की उपाधि केवल दो वर्षों में ही प्राप्‍त कर ली। जर्मनी में चार साल व्‍यतीत करके, डॉ. लोहिया स्‍वदेश वापस लौटे और किसी सुविधापूर्ण जीवन के स्‍थान पर जंग-ए-आजादी के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी।

1933 में मद्रास पहुंचने पर लोहिया गांधीजी के साथ मिलकर देश को आजाद कराने की लड़ाई में शामिल हो गए। इसमें उन्होंने विधिवत रूप से समाजवादी आंदोलन की भावी रूपरेखा पेश की। सन् 1935 में उस समय कांग्रेस के अध्‍यक्ष रहे पंडित नेहरू ने लोहिया को कांग्रेस का महासचिव नियुक्‍त किया।

बाद में अगस्‍त 1942 को महात्‍मा गांधी ने भारत छोडो़ आंदोलन का ऐलान किया जिसमें उन्होंने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और संघर्ष के नए शिखरों को छूआ। जयप्रकाश नारायण और डॉ. लोहिया हजारीबाग जेल से फरार हुए और भूमिगत रहकर आंदोलन का शानदार नेतृत्‍व किया। लेकिन अंत में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और फिर 1946 में उनकी रिहाई हुई।

1946-47 के वर्ष लोहिया की जिंदगी के अत्‍यंत निर्णायक वर्ष रहे। आजादी के समय उनके और पंडित जवाहर लाल नेहरु में कई मतभेद पैदा हो गए थे, जिसकी वजह से दोनों के रास्ते अलग हो गए। बाद के दिनों में 12 अक्टूबर 1967 को लोहिया का 57 वर्ष की आयु में देहांत हो गया।

डॉ. लोहिया मानव की स्थापना के पक्षधर समाजवादी थे। वह समाजवादी भी इस अर्थ में थे कि, समाज ही उनका कार्यक्षेत्र था और वह अपने कार्यक्षेत्र को जनमंगल की अनुभूतियों से महकाना चाहते थे। वह चाहते थे कि व्यक्ति-व्यक्ति के बीच कोई भेद, कोई दुराव और कोई दीवार न रहे। सब जन समान हो, सब जन का मंगल हो।

उन्होने सदा ही विश्व-नागरिकता का सपना देखा था। वह मानव-मात्र को किसी देश का नहीं बल्कि विश्व का नागरिक मानते थे। जनता को वह जनतंत्र का निर्णायक मानते थे। डॉ. लोहिया अक्सर यह कहा करते थे कि उन पर केवल ढाई आदमियों का प्रभाव रहा, एक मार्क्‍स का, दूसरे गांधी का और आधा जवाहरलाल नेहरू का। इस मौके पर बोलते हुए युवा नेता राजा त्यागी ने कहा कि आज राम मनोहर लोहिया जी की जयंती पर मैं हूं मैं अपने नमन करता हूं और आगे भी उन्हीं के बताए हुए रास्ते पर चलते हुए समाजवादी पार्टी की विचारधारा से जुड़े रहकर आने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ समाज पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ लूंगा और रुड़की के सम्मानित जनता है अगर मुझे अपना प्यार और सम्मान दिया तो सेकुलर सोच पर चलते हुए सभी धर्मों वर्गों के लोगों को साथ लेकर चलते हैं रुड़की शहर की राजनीति करूंगा और विकास की गंगा बहा दूंगा इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता शरद पांडे प्रदेश सचिव अहमद जमा जॉनी मुख्तलिफ रॉबिन विपिन नदीम दिनेश आदि लोग उपस्थित रहे।

 

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